पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट शेयरिंग का मामला अभीतक नही सुलझ पाया है। सूत्रों के मुताबिक, तेजस्वी यादव दिल्ली जा रहे हैं, जहां राहुल गांधी के साथ बैठकर सीटों के तालमेल का मामला सुलझाने का प्रयस करेंगे। दरअसल तेजस्वी यादव को 13 अक्टूबर को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में पेश होना है। इसके साथ ही वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात कर सकते हैं। दोनों नेताओं के बीच सीटों के फार्मूले पर बातचीत हो सकती है। कांग्रेस 58 सीटों की मांग पर अड़ी है, जबकि राजद 52-54 सीट देने को तैयार है। इस दौरान राहुल गांधी और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बीच भी बातचीत हो सकती है।
राजनीतिक गलियारे से मिली जानकारी के मुताबिक तेजस्वी यादव ने राहुल गांधी से बातचीत की है। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार देर शाम लंबी बातचीत हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी ने तेजस्वी यादव से सीट शेयरिंग को लेकर एक-एक बिंदु पर बातचीत की। वहीं उसी फोन कॉल पर लालू प्रसाद यादव ने भी राहुल गांधी से बातचीत की। देर रात तक दोनों दलों के बीच लंबी बातचीत चली, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका।
दरअसल, कुछ सीटों पर दावेदारी को लेकर अब भी हल्का विवाद बना हुआ है। वहीं, महागठबंधन में इस तनातनी के कारण उम्मीदवारों की सूची जारी होने में देरी हो रही है। हालांकि, कुछ सीटों पर दावेदारी को लेकर अब भी हल्का विवाद बना हुआ है। इसबीच महागठबंधन के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अब केवल कुछ तकनीकी मुद्दे बचे हैं, और सीट शेयरिंग का औपचारिक ऐलान किसी भी वक्त हो सकता है। इस बीच विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी के नॉट रिचेबल होने की खबर है।
सूत्रों के अनुसार सहनी महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं के संपर्क से बाहर हो गए हैं। मुकेश सहनी ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी वीआईपी महागठबंधन में 40 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उम्मीदवारों को टिकट बांटने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सहनी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि 40 सीटें नहीं मिलती हैं, तो भी वे महागठबंधन के साथ मजबूती से बने रहेंगे। उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की भी मांग की है। कांग्रेस ने 14-15 सीटें देने की बात कही है, लेकिन सहनी का दावा है कि उन्हें संतोषजनक सीटें मिलेंगी। एनडीए से जुड़ी अफवाहों को सहनी ने गलत बताया और कहा कि जल्द ही सीटों की संख्या का खुलासा करेंगे।
इस बीच चर्चा है कि राजद ने सीट शेयरिंग का मसला सुलझा लिया है। इसके मुताबिक राजद के 137, वीआईपी को 18, कांग्रेस को 54, भाकपा-माले को 22, माकपा को 4, भाकपा को 6, झामुमो को 2 और पशुपति कुमार पारस की पार्टी रालोजपा अगर गठबंधन में शामिल होती है तो राजद अपने कोटे से 3 सीटें देगी। इसके साथ ही आईपी गुप्ता को 1 सीट मिलने की संभावना है।
सूत्रों के अनुसार बैठक में यह भी तय किया गया है कि कुछ सीटों पर घटक दलों के बीच कैंडिडेट एडजस्टमेंट का फार्मूला अपनाया जाएगा, यानी कुछ सीटें एक दल के खाते में जाएंगी लेकिन उस पर उम्मीदवार किसी सहयोगी दल का होगा। लेकिन चर्चा है कि महागठबंधन के अंदर अब भी करीब एक दर्जन सीटों पर जिच बरकरार है।
सूत्रों के मुताबिक वीआईपी पार्टी ने राजद की शेखपुरा, सिमरी बख्तियारपुर, भभुआ, बड़हरा, महिषी और गौराबराम सीटों पर दावा ठोका है। वहीं कांग्रेस ने राजद की बायसी, बहादुरगंज और सहरसा सीटों पर दावा जताया है। उधर, राजद खुद भाकपा-माले की घोसी और पालीगंज सीट चाहती है। जबकि भाकपा ने भी हरलाखी सीट पर अपना दावा किया है। झामुमो को कटोरिया और मनिहारी सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा, रालोजपा प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने कुशेश्वरस्थान या वैशाली में एक सीट के साथ मोकामा सीट की मांग की है।