नई दिल्लीः बिहार विधानसभा चुनाव 2 चरणों में होंगे। पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। 14 नवंबर को मतगणना होगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने घोषणा की। पहले चरण में 121 सीटों और दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान होगा। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों की घोषणा पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, "बिहार का चुनाव, चुनाव की जननी होगी, यह देश के लिए एक नजीर पेश करेगा...यह चुनाव लोकतंत्र की मजबूती की खूबसूरती होगी...यह देश को एक नया संदेश भी देगा।"
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, "ये तारीख चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से बात करके रखा है..." विपक्ष द्वारा SIR के विरोध पर उन्होंने कहा, "ये चुनाव आयोग की दया हो जो उन पर FIR नहीं हुआ। नहीं तो ऐसे लोगों पर अफवाह फैलाने का केस दर्ज होना चाहिए था। पूरे SIR में बांग्लादेशियों को बचाने के लिए अफवाह फैलाया गया।"
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि भारत के चुनाव आयोग का बहुत आभार कि एक शांतिपूर्ण पारदर्शिता के साथ बिहार लोकतंत्र का पर्व मनाएं, इसके लिए विस्तृत योजना बनाई है। बिहार लोकतंत्र की जननी है...दो तारीखें तय की गई हैं...मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि चुनाव आयोग ने जो व्यवस्था बनाई है और 1990 से 2005 तक जो जंगल राज में बूथ लूट लिए जाते थे।
मतदाताओं को धमकाया जाता था, वो अब बिहार में नहीं हो पाएगा। बिहार चुनाव की तारीखों के एलान पर RJD नेता शक्ति सिंह ने कहा, "चुनाव आयोग के ऐलान के बाद अब आचार संहिता लागू हो जाएगी। हमने पहले भी कहा कि बिहार में जो बाढ़ की स्थिति है सबको ध्यान में रखा जाना चाहिए। त्योहारों को ध्यान में रखा जाना चाहिए। हर राजनीतिक दल से चुनाव आयोग ने मुलाकात की।
उनके सुझाव माने भी गए। हमारे कुछ पहलू अनछुए हैं। बहुत मतदाताओं के नाम नहीं जुड़ पाए हैं। RJD बिहार की जन भावनाओं के अनुरूप आगे बढ़ रही है।" केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने कहा, "NDA गठबंधन बहुत मजबूती के साथ प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगा। हमारी पूरी तैयारी है..."
बिहार चुनाव की तारीखों के एलान पर कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कहा, "मुझे लगता है कि इस बार हमारी बातचीत बहुत अच्छे तरीके से हो रही है। हम लोग संख्या नहीं गुणवत्ता पर ध्यान देंगे। जो जिसकी मजबूत सीट है उस पार्टी का उम्मीदवार वहां चुनाव लड़े इस पर हमारा फोकस है। पिछली बार बहुत कम अंतर से हम सत्ता में आते-आते चूक गए थे..."
बिहार चुनाव के तारीखों के एलान पर बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, "हमें इसकी उम्मीद थी। हम एक चरण के लिए भी तैयार अब 2 चरणों में हो रहा है तो ठीक है। हमारी तैयारी पूरी है। सीटों के बंटवारे पर हमारी तैयारी चल रही है। जल्द ही इसकी घोषणा होगी।"
बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा, "..बिहार की जनता विकास को प्राथमिकता देगी...बिहार की जनता NDA की भारी बहुमत से सरकार बनाने के लिए तैयार है। NDA गठबंधन इस चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है और हम एकजुट हैं...NDA ने बिहार को जंगलराज के अंधकार से निकालकर विकास की नई रोशनी में लाने का काम किया है... NDA 14 नवंबर को प्रचंड बहुमत से चुनाव जीतने का काम करेगी...इस बार की जीत ऐतिहासिक होगी...इस बार बिहार की जनता मोदी जी की गारंटी और नीतीश कुमार के विकास पर वोट करेगी..."
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए आगामी छह नवंबर और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा तथा मतगणना 14 नवंबर होगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। कुमार ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पहले चरण में 121 और दूसरे चरण में 122 सीट के लिए मतदान होगा।
बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीट हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने यह भी बताया कि चुनाव के लिए अधिसूचना 10 अक्टूबर को जारी होगी, नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर को होगी, 18 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 20 अक्टूबर तक नामांकन पत्र वापस लिए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरे चरण के लिए अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी होगी, नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर को होगी, 21 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 23 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। उनके अनुसार, राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 7.42 करोड़ है, जिनमें पुरुष मतदाता 3.92 करोड़ और महिला मतदाता 3.50 करोड़ हैं।
कुमार ने बताया कि 14 लाख मतदाता बिहार विधानसभा चुनाव में पहली बार मतदान कर सकेंगे। बिहार की वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। राजनीतिक दलों ने निर्वाचन आयोग से अक्टूबर के अंत में छठ पर्व के तुरंत बाद चुनाव कराने का आग्रह किया था, ताकि अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके, क्योंकि बड़ी संख्या में राज्य के बाहर काम करने वाले लोग उस दौरान त्योहारों के लिए घर लौटते हैं। राज्य में वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव कोविड-19 महामारी की पृष्ठभूमि में तीन चरणों में हुए थे।
कुमार ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि किसी का नाम छूट गया है, तो नामांकन की तिथि से 10 दिन पहले तक अपना नाम जुड़वा सकते हैं। कुमार ने कहा, ‘‘ इस बार बिहार विधानसभा चुनाव न केवल मतदाताओं के लिए बहुत ही सुगम और सरल होंगे, न केवल कानून व्यवस्था पर पूर्ण निगरानी रखी जाएगी,
बल्कि पूर्ण पारदर्शी तरीके से होने वाले ये चुनाव सबसे अच्छे चुनाव परिलक्षित हों, ऐसी आयोग की मंशा है।’’ उन्होंने कहा कि आयोग सभी राजनीतिक दलों और सभी लोगों से सहयोग की उम्मीद करता है। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाए।
कुमार ने कहा कि फर्जी खबरों और दुष्प्रचार पर आयोग की तरफ से कड़ी निगरानी रखी जाएगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा, ‘‘17 नई पहल की जा रही हैं, जो बिहार से शुरू होकर पूरे देश में लागू होंगी। इसे एक ऐतिहासिक कदम माना जाएगा।’’