प्रशांत किशोर के नाम पर चिढने लगे हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार! कहा-उनका नाम लेकर कुछ मत पूछिए
By एस पी सिन्हा | Published: October 21, 2022 03:32 PM2022-10-21T15:32:29+5:302022-10-21T15:32:29+5:30
नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनसे प्रशांत किशोर के बारे में कुछ नहीं पूछा जाए। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर अपनी पब्लिशिटी के लिए बोलते रहते हैं।
पटना: जन सुराज यात्रा पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरने में जुटे हैं तो वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से निवेदन करते हुए कह रहे हैं कि उनका (पीके) नाम लेकर कुछ मत पूछिए। शुक्रवार को जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से प्रशांत किशोर से जुड़ा सवाल किया तो उन्होंने आग्रह किया कि उनके सामने प्रशांत किशोर के बारे में नहीं पूछा जाए। उन्होंने कहा कि उसको जो मन आता है वो बोलता है। हमें उसकी परवाह नहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह (पीके) अपनी पब्लिशिटी के लिए बोलते रहता है, उससे क्या फर्क पड़ता है। नीतीश कुमार ने कहा कि हमने किसी जमाने में उसको बहुत माना। लेकिन उसका अभी क्या मन है और क्या-क्या बोलता रहता है, पता नहीं। वो नौजवान है। लेकिन मैंने जिन लोगों की इज्जत की है उन्होंने मेरे साथ कितना दुर्व्यवहार किया है, ये तो आपको पता ही है न।
दरअसल, प्रशांत किशोर ने कहा था कि नीतीश कुमार फिर से पलटी मारने वाले हैं। वहीं जब मुख्यमंत्री से फर्जी मुख्य न्यायाधीश के फोन कॉल मामले में डीजीपी की भूमिका को लेकर सवाल किया गया तो वह डीजीपी एसके सिंघल का पक्ष लेते हुए दिखे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब उनके पास समय ही कितना बचा है? बेचारे दो महीने में रिटायर करने वाले हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोई गलत फोन करता रहा और उनको जब इस बात की भनक लगी तो उन्होंने जांच शुरू करा दी और इस जांच के मालूम चल गया कि एक आदमी हर बार गलत काम कर रहा है, जिसके बाद उस पर कार्रवाई हुई।
मुख्यमंत्री ने यह स्वीकारा की यदि कोई किसी की बात सुनकर सिर्फ काम कर देता है तो उसमें गलती होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने (डीजीपी) अब तक राज्य के लॉ एंड ऑडर को लेकर बेहतर काम किया है। अब ऐसे में एक छोटी सी गलती हो गयी तो इसे मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।