बिहार के बक्सर जिले में इन दिनों अचानक से एचआईवी पॉजिटिव अर्थात एड्स से पीड़ित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. सदर अस्पताल में कार्यरत एड्स जांच केंद्र के परामर्शी शिव कृपाल दास ने बताया कि केवल जून महीने में एचआईवी संक्रमण के 18 नए मामले सामने आए हैं. यहां यह भी बता दें बक्सर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे का संसदीय क्षेत्र भी है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार संक्रमण की चपेट में पुरुषों के साथ-साथ महिलाएं और गर्भ में पल रहे शिशु भी आ जा रहे हैं. लगातार बढ़ रहे मामलों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ा दी है. माना जा रहा है कि प्रदेश में चमकी बुखार जैसे मामलों के बीच एड्स के मरीजों की बढ़ रही संख्या ने खतरे की घंटी बजा दी है.
एड्स नियंत्रण सोसायटी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह कहते हैं कि कमाने-खाने की जुगाड़ में बाहर कमाने जाने वाले लोग वहां से एड्स जैसी बीमारी लेकर आ रहे हैं. वे न केवल खुद इससे पीड़ित होकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं बल्कि मुफ्त में परिवार को भी इस बीमारी की सौगात दे रहे हैं.
जिले में ऐसे कई परिवार हैं जहां पिता से होकर यह बीमारी जन्म लेने वाले बच्चों तक जा पहुंची है. इतना ही नहीं कई मामलों में परिवार असमय काल के गाल में समा गया है. बताया जाता है कि यहां एड्स के सैकडों मरीज मिले. जिसमें बीमारी से पीड़ित होने के बाद इनमें से कइयों की मौत हो गई और कई जीवन और मौत से जूझ रहे हैं.
बताया जा रहा है कि अप्रैल में 18, मई में 15 और जून में अब तक 18 मरीज मिले हैं. बक्सर में लगातार बढ़ रही एड्स मरीजों की संख्या ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि इससे बचने के लिए जागरुकता और सतर्कता ही एक मात्र विकल्प है.