Bihar BJP meeting: भाजपा ने मिशन बिहार में पूरी तरह से सक्रिय हो गई है। इसी क्रम में पार्टी ने अपनी रणनीति को मजबूत करने के लिए मंगलवार को पटना में प्रदेश परिषद की बैठक आयोजित की। पटना के बापू सभागार में आयोजित प्रदेश परिषद की बैठक में औपचारिक रूप से भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में दिलीप जायसवाल के नाम की घोषणा की गई। केंद्रीय मंत्री एवं परिषद के प्रभारी मनोहर लाल खट्टर ने उनकी ताजपोशी की घोषणा की। दिलीप जायसवाल को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के बनाने के लिए सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, केदार गुप्ता, राम सूरत राम प्रस्तावक रहे। नाम का ऐलान होने के बाद दिलीप जयसवाल ने खड़े होकर आभार प्रकट किया। बिहार में 52 में 46 जिला अध्यक्ष का चुनाव हो चुका है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बीते दिनों ही 'वन मैन-वन पद' के तहत राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। अब वे सिर्फ विधान परिषद सदस्य हैं। वहीं, पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष के पद पर हैं। अब इस पद को लेकर पार्टी की ओर से अंतिम मुहर लग गई है। जायसवाल ने सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत किया था।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अपनी रणनीति को मजबूत करने के लिए पटना में प्रदेश परिषद की बैठक आयोजित की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की तैयारियों को अंतिम रूप देना और संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करना है।
यह बैठक पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट करने, उनकी भूमिका स्पष्ट करने और चुनावी रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए आयोजित की गई है। इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े, सह प्रभारी दीपक प्रकाश, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, सांसद राधा मोहन सिंह, रविशंकर प्रसाद, संजय जायसवाल, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया सलाहकार संजय मयूख समेत पार्टी के तमाम बड़े चेहरे शामिल हुए।
साथ ही, प्रदेश से लेकर मंडल स्तर तक के करीब 15,000 कार्यकर्ताओं की उपस्थिति ने इसे भाजपा का शक्ति प्रदर्शन बना दिया। बता दें कि दिलीप जायसवाल मूल रूप से खगड़िया जिले के रहने वाले हैं। कलवार जाति से ताल्लुक रखने वाले जायसवाल के पास एमएससी, एमबीए, पीएचडी और मास्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री है।
जायसवाल की सीमांचल क्षेत्र में मजबूत पकड़ है। वे 2009 में पहली बार विधान पार्षद बने थे। इसके बाद पूर्णिया, अररिया और किशनगंज क्षेत्र से तीन बार के मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव काउंसिल हैं। वे 20 साल तक भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रहे हैं। सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में भी सक्रिय निभा रहे हैं। दिलीप जायसवाल का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का भी करीबी माना जाता है।