लखनऊः सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया ओम प्रकाश राजभर इस बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे. योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने बिहार विधानसभा की 29 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी ही है. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रभाव क्षेत्र वाली इन सीटों पर भाजपा और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) चुनाव नहीं जीती है. ओपी राजभर का मानना है कि राजभर, रजवार, राजवंशी और राय बिरादरी के बाहुल्य वाली इन सीटों पर सुभासपा को जीत हासिल हो सकती है. इसी सोच के तहत भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को ओपी राजभर बिहार में चुनाव लड़ने के अप्रैल में एक प्रस्ताव सौंपेंगे. इस प्रस्ताव में सुभासपा के लिए बिहार में चुनाव लड़ने के लिए 20 सीट छोड़ने की मांग ओपी राजभर करेंगे.
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर को उम्मीद है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व उनकी मांगों पर विचार कर सुभासपा के लिए सीटें छोड़ेगा. अरुण के अनुसार, लंबे समय से सुभासपा बिहार में सक्रिय है. बिहार की 110 सीटों पर सुभासपा का मजबूत आधार है. यह वह सीटें हैं, जहां पिछड़ों विशेषकर राजभर, रजवार, राजवंशी और राय की संख्या अधिक है.
इस 110 सीटों में 29 सीटें ऐसी हैं जिन पर भाजपा और जेडीयू के उम्मीदवार चुनाव नहीं जीते हैं. राजद के प्रभाव वाली इस 29 सीटों पर ही सुभासपा अपने उम्मीदवार चुनाव में खड़े करना चाहती हैं. इसी सोच के तहत सुभासपा के मुखिया ओपी राजभर बिहार में भाजपा से इन 29 सीटों में से 20 सीट मांगने का फैसला किया है.
अरुण कुमार का कहना है कि सुभासपा ने पिछले साल बिहार में हुए विधानसभा के उपचुनाव में रामगढ़ और तरारी सीट पर अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान किया था. बाद में भाजपा नेताओं के आग्रह पर सुभासपा ने अपने दोनों प्रत्याशियों को चुनाव नहीं लड़ाया था. तब सुभासपा के प्रत्याशियों के नाम वापस लेने के बदले भाजपा नेतृत्व ने सुभासपा को किसी आयोग में दो पद देने का वादा किया था.
जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया है. अब विधानसभा चुनावों को देखते हुए सुभासपा ने बिहार की पिछड़ा बाहुल्य 110 सीटों पर ध्यान केन्द्रित कर पार्टी के आधार को मजबूत करते हुए 29 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू की है. इसी क्रम में अगले माह के पहले हफ्ते में ओपी राजभर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से दिल्ली में मिलेंगे.
उन्हें उम्मीद है कि भाजपा बिहार के विधानसभा के चुनाव में सुभासपा को भी अपने साथ लेकर चुनाव मैदान में उतरेगी. भाजपा सुभासपा को कितनी सीट चुनाव लड़ने के लिए देगी? इस सवाल पर ओपी राजभर कोई टिप्पणी नहीं करते. वह कहते हैं हम उन 29 सीटों की सूची भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को सौंपेंगे जिनपर चुनाव लड़कर सुभासपा को जीत हासिल हो सकती है. अब इनमें से कितनी सीट भाजपा से सुभासपा को मिलेगी यह अभी उन्हें पता नहीं है.
इन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है सुभासपा
सुभासपा ने बिहार की जिन 29 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की सोची है. उनमें बारे में अरुण कुमार का कहना है कि पार्टी ने वाल्मीकी नगर, रामनगर (सु), नरकटियागंज, मगहा, लौरिया, नौतन, लौकहा, छत्तापुर, बहादुरगंज, ठाकुरगंज, किशनगंज, औचाधामन, बलरामपुर, प्राणपुर, सिंधेस्वर (सु), भौरे (सु), दरौली, रघुनाथपुर, राजगीर(सु), तरारी, राजपुर, उमराव, चैनपुर, सासाराम, नौखा, अरवल, ओवरा, बोद्धगया(सु), रुजौली (सु), गोविंदपुर, बारसलिंगगंज, मगऊ और भभूवा विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी की है. इस विधानसभा सीटों की सूची ही पार्टी मुखिया भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को सौंपेंगे.