पटनाः जिन्ना का जिन्न बिहार विधानसभा चुनाव में धमाल मचाने लगा है. दरअसल, कांग्रेस ने दरभंगा की जाले विधानसभा सीट से मशकूर अहमद उस्मानी को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो अपने कमरे के भीतर जिन्ना की तस्वीर लगाकर रखते हैं.
ऐसे में कांग्रेस से टिकट दिए जाने के बाद सियासत में घमासान मच गया है. उस्मानी पर जिन्ना समर्थक होने का आरोप लगाकर भाजपा और जदयू के नेता राजद और कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं. इस मामले में केंद्रीय मंत्री और भाजपा के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह भी कूद पडे़ हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद को बताना चाहिए कि क्या वे जिन्ना के समर्थक हैं?
प्राप्त जानकारी के अनुसार उस्मानी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं. उस्मानी को टिकट दिए जाने के बाद से भाजपा और जदयू ने कांग्रेस को आडे़ हाथों लेते हुए कहा है कि कांग्रेस को देश की एकता और अखंडता से कभी लेना-देना नहीं रहा है. जिसने देश को विभाजन करने का काम किया, उसका समर्थन करने वाले को को टिकट देकर कांग्रेस ने यह बात को साबित भी कर दिया है.
कांग्रेस और महागठबंधन के नेताओं को देश को जवाब देना होगा
गिरिराज सिंह ने कहा है कि कांग्रेस और महागठबंधन के नेताओं को देश को जवाब देना होगा कि क्या जाले उम्मीदवार जिन्ना का समर्थन करते हैं? कांग्रेस और महागठबंधन को बताना होगा कि क्या वे भी जिन्ना का समर्थन करते हैं? क्या शरजील इमाम उनके स्टार प्रचारक होंगे?' जानकार बताते हैं कि मशकूर अहमद उस्मानी अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रसंघ का अध्यक्ष रहने के समय अपने कमरे में जिन्ना की तस्वीर लगाते थे और उनके ही सिद्धांतो का अनुसरण करते थे.
वह 2017 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रसंघ के चुनाव जीतकर अध्यक्ष बने थे. दूसरी बार तब चर्चा में तब बने जब अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रसंघ के हाल में तस्वीर टांगे होने के कारण भाजपा सांसद ने वीसी को पत्र लिखा था. तस्वीर हटाने की मांग को लेकर हिन्दू वाहिनी के कार्यकर्तओं का एएमयू में घुसने के बाद हंगामा शुरू हुआ था, जिसके बाद लाठीचार्ज करना पड़ा था. उस समय उस्मानी ने कहा था कि हम जिन्ना के विचारधारा का विरोध करते हैं, लेकिन जिन्ना देश के ऐतिहासिक तथ्य हैं, यह भी सही है. डॉ मशकूर उस्मानी मूल रूप से दरभंगा जिले के रहने वाले हैं.
उस्मानी पहले जदयू से टिकट के लिए संपर्क साधा था
बताया जाता है कि उस्मानी पहले जदयू से टिकट के लिए संपर्क साधा था, लेकिन नीतीश कुमार के साफ मना कर देने के बाद बात नहीं बनी. इसके बाद वो कांग्रेस का रूख कर गए और टिकट भी लेने में सफलता हासिल कर ली. इसके बाद अब भाजपा और जदयू इस मुद्दे को लेकर राजद व कांग्रेस पर हमलावर हो गई है.
भाजपा नेता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि कांग्रेस का असली चरित्र सामने आ गया है. उसे देश की एकता और अखंडता से कभी मतलब नहीं रहा. देश के विभाजन के लिए जिम्मेदार जिन्ना को महिमामंडन करने वाले शख्स को टिकट देकर एक बार फिर उसने यही साबित किया है.
वहीं, जदयू के अजय आलोक ने कहा कि कांग्रेस और राजद ने अपने-अपने शासनकाल में बिहार को डुबोया है. मशकूर उस्मानी जैसे शख्स को टिकट दिए जाने से साफ दिख रहा है कि कांग्रेस किस विध्वंसकारी राजनीति की तरफ बढ़ रही है.
हालाकि, कांग्रेस अपने उम्मीदवार के बचाव में उतर आई है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि भाजपा को पहले अपने गिरेबां में झाकना चाहिए. जो गांधी के हत्यारे का महिमा मंडन करती है, वो आज सवाल कैसे खडा कर सकती है.
वहीं, इस पूरे मामले से राजद ने अपना पल्ला झाड़ लिया है. पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के जाले उम्मीदवार के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है. उस्मानी को जिन्ना का समर्थक बताए जाने पर राजद प्रवक्ता ने कहा कि हमारा मुद्दा जिन्ना नहीं बल्कि गरीबी और बेरोजगारी के साथ किसानों की समस्या है.