नई दिल्ली: काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने पत्र जारी कर कहा कि जो भी बांग्लादेशी छात्र अपनी पढ़ाई कर चुके हैं और उन्हें बांग्लादेश जाने में कोई दिक्कत हो रही हो, तो वो यहां बिना शुल्क के आगे भी स्थिति सामान्य होने तक रह सकते हैं। ऐसे में बीएचयू की ओर से छात्रों को बड़ी राहत दी गई है। हालांकि, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद भारत आने से वहां पर माहौल काफी बिगड़ गया है। इस बीच बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने मुख्य विपक्षी पार्टी की नेता खालिदा जिया को जेल से रिहा करने और अंतरिम सरकार के गठन का फैसला सुनाया।
बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए उसके नॉर्मल होने तक काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने बांग्लादेशी छात्रों को कैंपस में रहकर पढ़ाई करने की अनुमति दे दी है। इंटरनेशल सेंटर की कोऑर्डिनेटर प्रोफेसर एस.वी.एस राजू ने बताया कि हॉस्टल में पर्याप्त जगह है, छात्र यहां आगे भी रह सकते हैं।
बीएचयू बेस्ड अंतरराष्ट्रीय सेंटर की कोऑर्डिनेटर ने कहा कि हम बांग्लादेश के हालात को पास से देख रहे हैं कि किस तरह से छात्र मुश्किलों का सामना कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि जो भी छात्र यहां रुकना चाहते हैं, उनका स्वागत है और हम उन्हें हम मुमकिन मदद मुहैया करवाएंगे।
उन्होंने नोट में कहा कि जब तक बांग्लादेश में स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तब तक वो यहां रुक सकते हैं, इसको लेकर हम उन्हें आश्वस्त करते हैं कि छात्रों को कोई दिक्कत यहां नहीं होगी। इसके लिए उन्हें कोई चार्ज नहीं देना होगा।
हर साल, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में हजारों विदेशी छात्र पढ़ने आते हैं और अलग-अलग प्रोग्राम में हिस्सा लेते हैं। उन्होंने बताया कि इनमें बांग्लादेश से आने वाले छात्रों की संख्या ज्यादा होती है, अधिकतर छात्र यूनिवर्सिटी के कैंपस में रहते हैं।