नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं और भारत माता को हर भारतीय की आवाज बताया। राहुल गांधी ने सोशल प्लेटफॉर्म एक्स, जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था। उस पर कहा, "भारत माता हर भारतीय की आवाज है! सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं।"
इसके साथ राहुल गांधी ने 'भारत जोड़ो यात्रा' का अपना अनुभव भी साझा किया और कहा कि उन्होंने समुद्र के किनारे से 145 दिन की पैदल यात्रा शुरू की और आखिर में कश्मीर पहुंचे।
कांग्रेस नेता ने कहा, "पिछले साल मैंने एक सौ पैंतालीस दिन उस ज़मीन पर घूमते हुए बिताए जिसे मैं अपना घर कहता हूं। मैंने समुद्र के किनारे से शुरुआत की और गर्मी, धूल और बारिश से गुज़रा। जंगलों, कस्बों और पहाड़ियों से होते हुए जब तक कि मैं प्यारे कश्मीर की नरम बर्फ तक नहीं पहुँच गया।''
भारत जोड़ो यात्रा का वृतांत में उन्होंने यात्रा जारी रखने के दौरान हुए दर्द और उस प्रेरणा का भी जिक्र किया जिसने उन्हें यात्रा जारी रखने में मदद की।
राहुल गांधी ने कहा, "कुछ ही दिनों में, दर्द शुरू हो गया। मेरी पुरानी घुटने की चोट, जो फिजियोथेरेपी के घंटों के बाद खत्म हो गई थी, वापस आ गई। कुछ दिनों की सैर के बाद मेरा फिजियो हमारे साथ आ गया, वह आया और मुझे उचित सलाह दी। दर्द बना रहा और फिर मैंने कुछ नोटिस करना शुरू कर दिया। हर बार जब मैं रुकने के बारे में सोचता, हर बार जब मैं हार मानने के बारे में सोचता, कोई आता और मुझे जारी रखने की ऊर्जा उपहार में देता।''
उन्होंने कहा, "यात्रा आगे बढ़ी और जल्द ही लोगों की संख्या बढ़ गई, लेकिन उस दौरान दर्द भी तीव्र हो गया कि लेकिन मैंने लोगों के प्यार और विश्वास से यात्रा को जारी रखा।"
मालूम हो कि देश आज 77वां स्वतंत्रता दिवस समारोह मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 21 तोपों की सलामी ली और फिर लगातार 10वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया।
उसके बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अपने शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि इस कालखंड के फैसले हजार साल के स्वर्णिम इतिहास लिखेंगे।
पीएम मोदी ने लाल किले से देश की आजादी में योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज उन सभी वीरों को नमन करने का दिन है, जिन्होंने आजादी की पावन लड़ाई में अपना सब कुछ देश के नाम न्योछावर कर दिया।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर के हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले दिनों में मणिपुर में हिंसा का दौर चला। वहां पर मां-बेटियों के सम्मान से खिलवाड़ हुआ, लेकिन आज के वक्त में वहां धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। शांति लौट रही है। केंद्र और राज्य सरकार शांति बहाली के लिए लगातार काम कर रही हैं। पूरा देश मणिपुर के लोगों के साथ है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन के शुरू में देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जनसंख्या की दृष्टि से भी हम नंबर एक देश हैं। आज ये विशाल देश आजादी का पर्व मना रहा है। उन सभी कोटि कोटि जनों को मैं शुभकामना देता हूं, जो देश और दुनिया में भारत को प्यार करते हैं।
उन्होंने कहा, "पूज्य बापू के नेतृत्व में मेरे देशवासी, मेरे परिवारजनों ने बलिदान दिया है। उन अनगिनत वीरों को मैं नमन करता हूं। उस पीढ़ी में शायद ही कोई व्यक्ति होगा, जिसने आजादी की लड़ाई में अपना योगदान न दिया होगा। जिन जिन ने आजादी के समर में योगदान दिया है, बलिदान दिया है, त्याग किया है, तपस्या की है। मैं उन सभी को आदर पूर्वक नमन करता हूं।"