बिजनौर, 3 अप्रैल: एससी-एसटी एक्ट के तहत तत्काल गिरफ्तारी पर सुप्रीम कोर्ट के रोक के फैसले के खिलाफ देशभर के कई हिस्सों में हिंसा देखने को मिली। भारत बंद का जो नजारा 2 अप्रैल देखने को मिला वो दिल दहलाने से कम नहीं था। भारत के अलग-अलग स्थानों से कई लोगों की मौत की खबरें भी आईं।
खबर के मुताबिक सोमवार को भारत बंद के कारण उत्तर प्रदेश के बिजनौर में 68 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई है। एक बुजुर्ग की मौत समय पर अस्पताल न पहुंचने की वजह से हो गई है। खबर के अनुसार मृतक के बेटे ने बुजुर्ग पिता को बचाने की पूरी कोशिश की, मगर उसका समर्पण भी काम न आया।
जानें क्या है मामला
बिजनौर में एससी-एसटी एक्ट में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत बंद के दौरान प्रदर्शन के कारण एक बेटा अपने बीमार पिता को अस्पताल तक नहीं पहुंचा पाया जिस कारण से बुजुर्ग की मौत हो गई। जिस एंबुलेंस से बुजुर्ग को अस्पताल ले जाता जा रहा था, उपद्रवियों के प्रदर्शन के कारण वह समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाई। खबर के अनुसार पिता की स्थिति खराब देखकर बेटे ने बुजुर्ग पिता को कंधे पर उठा कर करीब एक किलीमीटर तक पैदर चलता रहा, और जब अस्पताल पहुंचा, तब वहां पहुंचने पर पता चला कि उसके बुजुर्ग पिता की मौत हो गई थी। ऐसे में कहा जा सकता है इन उपद्रवियों के कारण एक बेटे की तमाम कोशिश के बाद उसके पिता का साथ उससे छूट गया है।
मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार और पंजाब सहित अन्य स्थानों पर आगजनी, गोलीबारी और तोड़फोड़ की खबरों की गई। वहीं, कई जगहों पर रेल यात्रा को भी रोका। मध्य प्रदेश हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य जख्मी हो गए।