Atishi: दिल्ली के उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने विधायक दल की नेता चुनी गईं आतिशी का शपथ ग्रहण समारोह की तारीख 21 सितंबर को दी। इस बात की जानकारी इंडिया टुडे की खबरों के अनुसार है। मंगलवार को आम आदमी पार्टी के प्रमुख और पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के घर बैठक हुई थी, जहां सभी ने सर्वसम्मति से निर्णय किया कि अब दिल्ली विधानसभा चुनाव 2024 तक आतिशी देश की राजधानी की मुख्यमंत्री होंगी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंपा था। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल मंगलवार दोपहर को अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ उपराज्यपाल सचिवालय पहुंचे। आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी भी उनके साथ थीं, जिन्हें आज दिन में विधायक दल की बैठक में केजरीवाल का उत्तराधिकारी चुना गया। केजरीवाल ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के अपने फैसले की घोषणा की थी।
उन्होंने तब कहा था कि वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तभी बैठेंगे, जब जनता उन्हें ‘‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र’’ देगी। अरविंद केजरीवाल ने एलजी विनय कुमार सक्सेना को अपने इस्तीफे वाले चिट्ठी सौंप दी है और इस दौरान उनके साथ दिल्ली की होने वाली नई सीएम आतिशी भी मौजूद रहीं।
हालांकि, आज ही आम आदमी पार्टी ने सीएम आवास पर हुई बैठक में आगामी विधानसाभ चुनाव तक दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी को अगला सीएम चुन लिया है। आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होने जा रही हैं। अरविंद केजरीवाल ने बीते रविवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए 'दो दिन' में इस्तीफा देने के अपने फैसले की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा कि जब तक जनता उनकी ईमानदारी पर मुहर नहीं लगाती तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे और जेल से बाहर आने के बाद अग्नि परीक्षा देने का इरादा नहीं जताएंगे। दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले से जुड़े केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दायर एक कथित भ्रष्टाचार मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने पर दिल्ली की तिहाड़ जेल से बाहर आने के दो दिन बाद उन्होंने यह घोषणा की।
आप प्रमुख को झूठ केस में अरविंद केजरीवाल को फंसाया और फिर उन्हें जेल में भेजा गया। इस बात को दिल्ली की होने वाली सीएम आतिशी ने कहा है। इसके साथ उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाएं। विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम चर्चा हुई और इस दौरान ये भी साफ कर दिया गया कि कोई भी उप-मुख्यमंत्री नहीं बनेगा। इसी के साथ रेस में आतिशी ने सभी दावेदारों को पछाड़ दिया। दूसरी ओर बैठक में शामिल परिवहन एवं पर्यावरण मंत्री कैलाश गहलोत भी दावेदार थे, लेकिन आम सहमति आतिशी के पक्ष में दिखी।
दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री..सुष्मा स्वराज ने साल 1998 में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इसी वर्ष इस्तीफा दिया और फिर वो दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं। हालांकि उनका कार्यकाल ज्यादा लंबा नहीं चला और दिसंबर, 1998 में उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया।
ज्यादा समय तक दिल्ली की CM होने का गौरव इन्हें कांग्रेस नेता और दिल्ली की पूर्व सीएम स्वर्गीय शीला दीक्षित (31 मार्च 1938 - 20 जुलाई 2019) एक भारतीय राजनीति में एक अलग पहचान रखती थीं। दिल्ली की सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली मुख्यमंत्री, साथ ही किसी भी भारतीय राज्य की सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली महिला मुख्यमंत्री, उन्होंने 1998 से शुरू हुए कार्यकाल में 15 वर्षों की अवधि तक सेवा की। शीला दीक्षित ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी को दिल्ली में लगातार तीन चुनावी जीत दिलाई।