Assembly Bypolls 2023: छह राज्यों की सात विधानसभा सीट पर पांच सितम्बर को वोट डाले जाएंगे। पश्चिम बंगाल में धूपगुड़ी, उत्तराखंड में बागेश्वर, केरल में पुथुपल्ली, उत्तर प्रदेश में घोसी, त्रिपुरा में धनपुर और बॉक्सनगर और झारखंड में डुमरी विधानसभा क्षेत्रों में मतदान किया जाएगा।
प्रमुख राज्यों में होने वाले कई विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और विपक्षी भारत गुट के बीच पहला मुकाबला होगा। ये उपचुनाव क्यों मायने रखते हैं और 8 सितंबर को मतगणना के दिन क्या उम्मीद की जा सकती है।
विधायक जगरनाथ महतो के निधन के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था
कांग्रेस के दिग्गज नेता ओमन चांडी के निधन के कारण खाली हुई सीट भी शामिल है। चांडी केरल की पुथुपल्ली सीट से विधायक थे। उन्होंने पांच दशक से अधिक समय तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया था। झारखंड में डुमरी विधानसभा सीट पर मौजूदा विधायक जगरनाथ महतो के निधन के बाद उपचुनाव जरूरी हो गया था।
आयोग के अनुसार, विधायक शमशुल हक के निधन और प्रतिमा भौमिक के इस्तीफे के कारण त्रिपुरा की बॉक्सानगर और धनपुर सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में धुपगुड़ी विधानसभा सीट विधायक विष्णु पद राय के निधन के बाद खाली हुई है।
जबकि उत्तर प्रदेश में घोसी सीट पर सपा विधायक दारा सिंह चौहान के इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल होने के कारण उपचुनाव कराया जा रहा है। उत्तराखंड की बागेश्वर सीट विधायक चंदन राम दास के निधन के बाद खाली हुई है। जगरनाथ महतो की मृत्यु के बाद खाली हुई थी, जो 2005 से डुमरी विधायक थे।
गठबंधन 'इंडिया' की उम्मीदवार बेबी देवी का सीधा मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार यशोदा देवी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा के सदस्य महतो ने 2019 विधानसभा चुनाव में सीट जीती थी। उन्होंने ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) की यशोदा देवी को 34,000 से अधिक वोटों से हराया था। विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की उम्मीदवार बेबी देवी का सीधा मुकाबला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की उम्मीदवार यशोदा देवी से है।
त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले में धानपुर और बोक्सानगर विधानसभा क्षेत्रों में वोट पड़ेंगे। भाजपा के तफ्फजल हुसैन का अल्पसंख्यक बहुल बोक्सानगर निर्वाचन क्षेत्र में माकपा के मिजान हुसैन से मुकाबला है। हुसैन फरवरी में विधानसभा चुनाव में इस सीट से हार गये थे। इस सीट अब भी वामदल की मजबूत पकड़ मानी जाती है।
बोक्सानगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव माकपा विधायक समसुल हक के निधन के बाद जरूरी हो गया
कम्युनिस्टों के गढ़ रहे धानपुर निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के बिंदु देबनाथ और माकपा के कौशिक देबनाथ के बीच सीधा मुकाबला होने जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, चुनाव मैदान में उतरे दो निर्दलीय प्रत्याशियों से कोई असर पड़ने की संभावना नहीं है।
बोक्सानगर विधानसभा सीट पर उपचुनाव माकपा विधायक समसुल हक के निधन के बाद जरूरी हो गया। वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक के धानपुर के विधायक पद से इस्तीफा देने के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। उत्तर बंगाल में धुपगुड़ी विधानसभा सीट पर कड़ा मुकाबला है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने ईश्वर चंद्र रॉय को टिकट दिया
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और वाम-कांग्रेस गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं ने क्षेत्र के चाय बागानों और वन क्षेत्रों का दौरा किया। टीएमसी उम्मीदवार निर्मल चंद्र रॉय के के सामने भाजपा की तापसी रॉय हैं। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने ईश्वर चंद्र रॉय को टिकट दिया है।
केरल में कोट्टयम जिले की पुडुपल्ली विधानसभा सीट पर रोचक मुकाबला है। कांग्रेस ने ओमन चांडी के बेटे चांडी ओमन को उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी का 18 जुलाई को निधन होने के चलते पुडुपल्ली सीट रिक्त हुई है और इस सीट पर उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी।
कांग्रेस ने उनके विरुद्ध बसंत कुमार को टिकट दिया
उत्तराखंड की बागेश्वर विधानसभा सीट पर चिर परिचित प्रतिद्वंदियों सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस के बीच है। पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल में परिवहन मंत्री पद की जिम्मेदारी निभा रहे भाजपा विधायक चंदन रामदास की बीमारी के कारण अप्रैल में मृत्यु होने से रिक्त हुई सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए कांग्रेस और भाजपा के अलावा तीन अन्य दलों ने भी अपने प्रत्याशी खड़े किए हैं।
रामदास 2007 में इस सीट से जीतकर पहली बार विधायक बने थे और उसके बाद से वह यहां से लगातार चार बार जीते। दिवंगत विधायक के प्रति सहानुभूति को अपने पक्ष में भुनाने के लिए सत्ताधारी पार्टी ने उनकी पत्नी पार्वती दास को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि कांग्रेस ने उनके विरुद्ध बसंत कुमार को टिकट दिया है।
उपचुनाव के तहत मंगलवार को मतदान होगा
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और विपक्षी दलों के गठजोड़ 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) के बीच पहली चुनावी भिड़ंत के लिए घोसी विधानसभा उपचुनाव के रूप में मंच पूरी तरह से तैयार है। इस उपचुनाव के तहत मंगलवार को मतदान होगा।
घोसी विधानसभा क्षेत्र का उपचुनाव राज्य में विपक्षी गुट 'इंडिया' के गठन और पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रभावशाली मानी जाने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राजग में शामिल होने के बाद हो रहा पहला चुनाव है। समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक और अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता दारा सिंह चौहान के इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने के बाद घोसी विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव सपा प्रत्याशी सुधाकर सिंह को जिताने की अपील करते नजर आए। सुधाकर सिंह को कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-माले (भाकपा-माले) लिबरेशन का भी समर्थन प्राप्त है।
घोसी विधानसभा उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में हैं।
दिलचस्प बात यह है कि पिछले साल रामपुर और आज़मगढ़ लोकसभा सीटों के लिए हुए उपचुनावों के वास्ते प्रचार नहीं करने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बार घोसी में एक चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश की राजनीति में बदलाव लाएगा। घोसी विधानसभा उपचुनाव में कुल 10 उम्मीदवार मैदान में हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने इस सीट पर अपना कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। एक अनुमान के मुताबिक, घोसी में लगभग 4.38 लाख मतदाताओं में से 90,000 मुस्लिम, 60,000 दलित और 77,000 अगड़ी जाति से हैं, जिनमें 45,000 भूमिहार, 16,000 राजपूत और 6,000 ब्राह्मण शामिल हैं।