ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने खुद पर हमले के बाद मिली 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा को ठुकरा दिया है। ओवैसी ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि मौत सबकी आती है लेकिन वे गोली चलाने वालो से डरकर खामोश नहीं बैठने वाले हैं। उन्होंने लोकसभा स्पीकर से कहा कि उन्हें जेड कैटेगरी की सुरक्षा नहीं चाहिए और वे इसे खारिज करते हैं।
ओवैसी ने कहा, 'मैं दुआ करता हूं कि यूपी में पूरी पोलिंग होगी। उत्तर प्रदेश की जनता गोली चलाने वालों को जवाब बैलेट से देगी, नफरत का जवाब मोहब्बत से देगी और कमजोरों को दबाने वालों को जवाब हिस्सेदारी से देगी। मेरी आपसे गुजारिश है कि मुझे जेड कैटेगरी नहीं चाहिए। आप इंसाफ करिए सर, उस पर यूएपीए लगाईए।'
ओवैसी की कार पर कथित गोलीबारी के मामले में गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को लोकसभा में बयान भी देंगे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को लोकसभा में यह जानकारी दी।
एक दिन पहले ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ओवैसी की कार पर गोलियां चलाए जाने की घटना हुई थी। इसके बाद केंद्र सरकार की ओर से ओवैसी को केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कमांडो द्वारा ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने का फैसला किया गया।
बता दें कि ओवैसी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चुनाव से संबंधित कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद गुरुवार शाम को दिल्ली लौट रहे थे। इस घटना में शामिल दो व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही पिस्तौल भी बरामद हुआ है। ओवैसी की कार दिल्ली लौटते समय जब राष्ट्रीय राजमार्ग 24 के हापुड़-गाजियाबाद खंड पर छिजारसी टोल प्लाजा के करीब थी, तभी शाम करीब छह बजे उन पर फायरिंग हुई। पकड़े गए एक आरोपी का नाम सचिन है और वह नोएडा का रहने वाला है। वहीं, दूसरे आरोपी का नाम शुभम है।