हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी आरएसएस चीफ मोहन भागवत से मिलने वाले मुस्लिम नेताओं पर भड़क गए हैं। उन्होंने मस्लिम नेताओं को मुस्लिम वर्ग का 'कुलीन' तबका बताया है और कहा है कि इन्हें जमीनी हकीकत से कोई लेना देना नहीं है।
हैदराबाद से सांसद ओवैसी पिछले महीने पांच मुस्लिम नेताओं और भागवत के बीच हुई एक बैठक को लेकर पत्रकारों से बात कर रहे थे। इन पांचों में पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी, दिल्ली के पूर्व उपराज्यपाल नजीब जंग, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व चांसलर लेफ्टिनेंट जनरल जमीर उद्दीन शाह, पूर्व सांसद शाहिद सिद्दीकी के अलावा व्यवसायी सईद शेरवानी शामिल थे।
ओवैसी ने कहा, "ये लोग गए और उनसे (भागवत) मिले। क्या बात करके आए आप? पूरी दुनिया आरएसएस की विचारधारा को जानती है, और आप जाकर उनसे मिलते हैं। मुस्लिम समुदाय में ये लोग कुलीन वर्ग से हैं।" यहां उन्होंने सवाल करते हुए कहा, अगर ये लोग कुछ करेंगे तो वह सच है? लेकिन जब हम अपने मूलभूत अधिकारों के लिए राजनीतिक रूप से लड़ते हैं तो हम बुरे हो जाते हैं?
उन्होंने कहा, "यह जो अभिजात वर्ग है, जो सोचता है कि यह बहुत जानकार है। इनका जमीनी वास्तविकता से कोई ताल्लुक नहीं है, धरातल पर क्या हो रहा है वे नहीं जानते। वे आराम से रह रहे हैं और वे आरएसएस प्रमुख से मिलते हैं। यह उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, मैं इस पर सवाल नहीं करता, लेकिन इसी तरह उनका भी हमसे कोई सवाल करने का अधिकार नहीं है।"
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत मुस्लिम नेताओं से मिल रहे हैं। गुरुवार को ही उन्होंने अखिल भारतीय इमाम संगठन के मुख्य मौलवी उमर अहमद इलियासी से दिल्ली के मध्य में एक मस्जिद में मुलाकात की। इसे "बंद दरवाजे की बैठक" के रूप में वर्णित किया जो एक घंटे से अधिक समय तक चली।