दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन करने को बेताब अरविन्द केजरीवाल को मायूसी हांथ लगी है. 6 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करने के बाद भी आम आदमी पार्टी कांग्रेस को रिझाने का कोई मौका नहीं छोड़ रही थी. लेकिन दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने मीडिया से यह साफ कह दिया है कि आम आदमी पार्टी से कोई गठबंधन नहीं होगा. और कांग्रेस सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. शीला के शब्दभेदी बयान केजरीवाल को राजनीतिक चुभन का एहसास कराने के लिए काफी थे क्योंकि फिलहाल दिल्ली असेंबली में कांग्रेस का कोई प्रतिनिधि मौजूद नहीं है.
ऐसे में अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि हम भाजपा और कांग्रेस के अपवित्र गठबंधन को हराने के लिए तैयार हैं. देश मोदी-शाह की जोड़ी को हटाने के लिए तैयार है लेकिन कांग्रेस है कि एंटी बीजेपी वोट को बांटने पर तुली हुई है.
बीते दिन राहुल गांधी के साथ केजरीवाल की मीटिंग हुई लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री कांग्रेस अध्यक्ष को गठबंधन का प्रण नहीं दिला पाए. अरविन्द केजरीवाल को इस बात का अफसोस भी है और उन्होंने इसका खुल कर इजहार भी किया है.
उन्होंने कहा है कि वो मना-मनाकर थक गए लेकिन कांग्रेस गठबंधन के लिए तैयार नहीं हुई. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमें बीजेपी के खिलाफ एक साझा उम्मीदवार उतारना होगा और वोटों के बंटवारे को रोकना होगा. अरविन्द केजरीवाल के मुताबिक अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन हो जाए तो बीजेपी दिल्ली की सभी 7 सीटों पर चुनाव हारेगी