नई दिल्ली,11 जून: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली की कपिल मिश्रा ने एक बार फिर से मुसीबतें बढ़ा दी हैं। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था। लेकिव खास बात ये है कि खुद अरविंद केजरीवाल इससे गैरहाजिर रहे।
ऐसे में कपिल मिश्रा ने दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल की दिल्ली विधानसभा में उपस्थिति 10 फीसदी से भी कम रही है। इसको लेकर उन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल की है। इस याचिका में उन्होंने दावा किया है कि केजरीवाल विधानसभा में 10 फीसदी से भी कम उपस्थित रहे हैं। हाईकोर्ट अब इस मामले में कल सुनवाई कर सकता है।
उन्होंने अपनी याचिका में मांग की है कि हाईकोर्ट मुख्यमंत्री को विधानसभा के सभी सत्र में उपस्थित रहने के लिए दिशा निर्देश दे। इतना ही नहीं इसके साथ ही वह उपराज्यपाल और दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष से भी कहे कि वह मुख्यमंत्री की उपस्थिति को जरुर करें।
कपिल मिश्रा का कहना है कि जब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया तो खुद सीएम गायब रहे, पूरे समय में वह केवल 2 घंटे के लिए आए। इस तरह से वह उन वोटर्स का अपमान है, जिन्होंने आपको चुना है। अगर वह विधानसभा का सत्र अटैंड नहीं कर सकते तो उनकी सैलरी काट देनी चाहिए।
अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए मांग तेज कर दी है। उन्होंने कहा कि इसके वह और उनकी पार्टी सड़कों पर उतरेगी। और अब आम आदमी पार्टी ‘एलजी दिल्ली छोड़ो’ अभियान शुरू करेगी। अभियान के पहले चरण के बारे में केजरीवाल ने कहा कि ‘आप’ के नेता, विधायक और कार्यकर्ता 17 जून से 24 जून तक राष्ट्रीय राजधानी में 300 जगहों पर सभाएं करेंगे। वहीं, इस बात का भी कयास लगाया जा रहा है कि जल्द कपिल मिश्रा बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।