कुपवाड़ाः भारतीय सेना सूत्र ने कहा कि सेना ने हाल ही में कुपवाड़ा सेक्टर के सामने स्थित पाकिस्तान सेना की चौकियों को निशाना बनाने के लिए एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों और आर्टिलरी गोले का इस्तेमाल किया। यह जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ के लिए पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन के जवाब में था।
हाल ही में पश्विमी और उत्तरी सीमाओं पर अपनी रक्षा योजनाओं और पारंपरिक कौशल को धार देने के साथ ही भारत अब इन क्षेत्रों में ऐसी त्वरित प्रतिक्रिया पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो युद्ध में तब्दील न हो। भारत की उत्तरी सीमा चीन और पश्चिमी सीमा पाकिस्तान के साथ लगती है।
सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने कहा था कि बालाकोट में की गई हवाई कार्रवाई दिखाती हैं कि अगर आप कुशल हैं तो जरूरी नहीं कि बढ़ा हुआ तनाव हमेशा युद्ध में तब्दील हो । इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकियों, लेजर और सेना के संभावित प्रयोग के लिए ऊर्जा संचालित हथियारों के इस्तेमाल पर विचार कर रही है।
पाकिस्तान हर बार गुपचुप तरीके से सीजफायर नियमों का उल्लंघन करता रहा है। हालांकि भारत हर बार उन पर पलटवार भी करता है। इसके बावजूद हालात में कोई बदलाव नहीं दिख रहा है। सोमवार रात पाकिस्तान की ओर से कश्मीर में कुपवाड़ा के तंगधार सेक्टर में फिर से संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया। इसके जवाब में भारतीय फौज ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल के जरिए पाकिस्तान के ठिकाने को उड़ा दिया।
एएनआई एजेंसी ने हमले का एक वीडियो ट्वीट किया है। इसमें बताया है कि भारत ने कुपवाड़ा सेक्टर में पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले का जवाब दिया है, जिसमें कुपवाड़ा सेक्टर के सामने पीओके में पाकिस्तानी सेनाओं के ठिकानों को नेस्तनाबूत कर दिया है।