अमेरिका की बोइंग कंपनी द्वारा निर्मित पहला अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर भारतीय वायु सेना को मिल गया है. बोइंग द्वारा आधिकारिक रूप से यह आईएएफ को सौंप दिया गया है. 'लादेन किलर' के नाम से मशहूर इस लड़ाकू हेलिकॉप्टर का पहला दस्ता जुलाई में भारतीय वायु सेना में शामिल होगा.
भारत ने अमेरिका के साथ 22 अपाचे लड़ाकू हेलिकॉप्टर का सौदा किया था. 22 मार्च 2020 तक बोइंग कंपनी को अपाचे हेलिकॉप्टर की पूरी खेप भारतीय वायु सेना को सौंपेगी. 13,952 करोड़ की यह डील 2015 में अमेरिका के साथ किया गया था.
APACHE लड़ाकू हेलिकॉप्टर और सर्जिकल स्ट्राइक
IAF ने कहा है कि टार्गेटेड हमले करने में और दुश्मन देश के क्षेत्र में घुस कर मार करने की क्षमता अपाचे हेलिकॉप्टर में है. मिशन के दौरान अपाचे दुश्मन के लोकेशन की तस्वीरें बाकी विमानों को भेज सकने में सक्ष्म है. पीओके में आतंकी ठिकानों को इस लड़ाकू हेलिकॉप्टर द्वारा नेस्तनाबूद किया जा सकेगा.
मौजूदा वक्त में दुनिया में इसे सबसे घातक हेलिकॉप्टर माना जाता है. इसके शामिल होने के बाद भारतीय वायु सेना की शक्ति में अप्रत्याशित रूप से इजाफा होगा. भारत अभी तक रुस द्वारा निर्मित MI-35 हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल कर रहा था जो रिटायर होने के कगार पर है.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, अपाचे पहला हेलिकॉप्टर है जिसे विशुद्ध रूप से हमला करने के लिए शामिल किया गया है. अपाचे में हवा से हवा में मार करने वाले मिसाइल भी लगे हुए हैं. इसके अलावा भी कई विशेषताएं हैं.