निर्भया गैंगरेप के दोषियों को वकील एपी सिंह ने कहा है कि जब संसद में बैठे लोग कहते हैं कि ऐसे अपराधियों को सीधे गोली मार देनी चाहिए तो ये सीधे तौर पर संविधान का अपमान करने जैसा है।
साथ ही एपी सिंह ने कहा कि क्या कोई इस बात की गारंटी दे सकता है कि इन दोषियों को फांसी पर चढ़ा देने के बाद महिलाओं के खिलाफ अपराध रूक जाएंगे। एपी सिंह का ये बयान उस समय आया है जब पिछले कुछ दिनों से निर्भया के दोषियों को फांसी देने की तैयारी की चर्चा जोरों पर है।
सूत्रों के अनुसार माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में निर्भया गेंगरेप के चारों दोषियों को फांसी दे दी जाएगी। बहरहाल, न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार 2012 में दिल्ली में हुए गैंररेप केस के दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा, 'जब संसद में वे लोग इस तरह की बातें करते हैं कि ऐसे अपराधियों को तत्काल गोली मार देनी चाहिए तो ये सरासर संविधान का अपमान है। क्या कोई इस बात की गारंटी दे सकता है कि इन दोषियों को फांसी पर चढ़ाए जाने के बाद महिलाओं के खिलाफ अत्यचार और रेप केस आदि रूक जाएंगे?'
गौरतलब है कि हाल में हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के साथ गैंगरेप और फिर उसे जलाकर मार देने की नृशंस वारदात के बाद सदन में चर्चा करते हुए सपा सांसद जया बच्चन ने कहा था कि ऐसे अपराधियों को भीड़ के हवाले कर देना चाहिए।
हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर के बाद भी जया बच्चन का एक बयान सामने आया था जिसमें वे पुलिस की कार्रवाई का समर्थन करते दिखीं। जया बच्चन ने कहा- 'देर आये दुरुस्त आये।'
गौरतलब है कि बच्चन ने हैदराबाद गैंगरेप की घटना के बाद राज्य सभा में इस मामले पर चर्चा के दौरान महिला हिंसा से जुड़े इस तरह के गंभीर मामलों के आरोपियों को भीड़ के हवाले कर देने का सुझाव देते हुये बर्बरता करने वालों के साथ कठोरतम रवैया अपनाने की बात कही थी।
हालांकि, बाद में उन्नाव सहित अन्य स्थानों पर भी इस तरह की घटनाओं में पीड़िता की बलात्कार के बाद निर्मम हत्या के मामलों में आरोपियों के साथ हैदराबाद पुलिस की तरह ही रवैया अपनाने के सवाल पर बच्चन ने कहा, 'मैं कुछ नहीं कहूंगी।'
(भाषा इनपुट)