दिल्ली हिंसा का दहशतगर्द शाहरुख हिंसा के लिए चर्चित चेहरा बना हुआ है। सीएए के विरोध और समर्थन में भड़की हिंसा के दौरान उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में शाहरुख ने खुलेआम गोलियां चलाई थी। भीड़ के बीच से फायरिंग करते हुए दहशगर्द दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल के सामने खड़ा हो गया था। आरोपी ने पुलिस कांस्टेबल के सीने पर पिस्तौल तान दी थी। कांस्टेबल के सीने पर पिस्तौल ताने शाहरुख की तस्वीर अभी भी वायरल हो रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर शाहरुख को अनुराग मिश्रा बताया गया। सोशल मीडिया पर दावा किया जाने लगा कि कांस्टेबल पर पिस्तौल तानने वाला शाहरुख नहीं अनुराग मिश्रा है। सोशल मीडिया यूजर्स का यह दावा पुलिस के बयान से गलत साबित हो गया। पुलिस ने फायरिंग करने वाले आरोपी युवक की पहचान शाहरुख के रूप में की है। शाहरुख अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस फरार शाहरुख को तलाश रही है।
शाहरुख से मिलता है अनुराग मिश्रा का चेहरा
बता दें कि अनुराग मिश्रा और आरोपी शाहरुख का चेहरा मिलता जुलता है। यही कारण है कि सोशल मीडिया पर अनुराग मिश्रा वायरल हो गए। इतना ही नहीं कुछ टीवी चैनलों ने भी सोशल मीडिया पर वायरल अनुराग मिश्रा की तस्वीरें दिखा दीं। टीवी चैनलों की खबर देख दोस्तों ने अनुराग मिश्रा को बताया। अनुराग को जब इस बारे में पता चला तो उनके होश उड़ गए।
वाराणसी में हैं अनुराग मिश्रा
लाइव हिन्दुस्तान के मुताबिक सोशल मीडिया पर वायरल हुए अनुराग मिश्री अभी वाराणसी में हैं। अनुराग दादरा एवं नागर हवेली के सिलवासा के रहने वाले हैं और इस वक्त यूपी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए वाराणसी के होटल में रह रहे हैं। डरे-सहमे अनुराग ने देर किए बिना पुलिस का सहारा लिया। वे नजदीकी पुलिस थाने पहुंचे और पुलिस को अपनी पहचान बताई। पुलिस ने उन्हें मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
दहशतगर्द शाहरुख पुलिस की गिरफ्त से दूर
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भड़की हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस के जवान के सीने पर पिस्तौल तानने वाला आरोपी शाहरुख अभी गिरफ्तार नहीं हो सका है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि शाहरुख फरार है। इससे पहले 25 फरवरी को खबर आई थी कि पुलिस ने शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों ने यह भी बताया कि आरोपी का परिवार भी लापता है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कोशिशें जारी हैं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में हुई हिंसा के बाद से शाहरुख की कई तस्वीरें वायरल हुईं थी। शाहरुख ने हिंसा के दौरान भीड़ को अकेले समझा रहे दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल पर पिस्तौल तान दी थी। शाहरुख पर हिंसा के दौरान आठ राउंड फायरिंग करने का भी आरोप है। आरोपी शाहरुख जाफराबाद का ही रहने वाला बताया जा रहा है।
दिल्ली हिंसा में अबतक 38 मौत
दिल्ली दंगों में मृतक संख्या गुरूवार को 38 पहुंच गई। हिंसा में कमी तो आई है लेकिन यह पूरी तरह थमी नहीं है। हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों ने तीन दशक से अधिक समय में राजधानी में हुए सबसे भयावह दंगों के बाद अपनी जिंदगी को पटरी पर लाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर पूर्व दिल्ली में रविवार से भड़के सांप्रदायिक संघर्ष का अंजाम इतना बुरा हुआ कि अब सड़कों पर चारों तरफ ईंट-पत्थर बिखरे हुए हैं, मकान, दुकानें जला दिए गए, लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया गया।