सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर आरोप लगाया है। उन्होंने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें अपने 'प्रधानमंत्री पद' का अहंकार हो गया है। अन्ना हजारे का कहना है कि मोदी उनके पत्रों का जवाब नहीं दे रहे हैं। यह बयान हजारे ने महाराष्ट्र के सांगली की अटपादी तहसील की जनसभा में दिया।
उन्होंने कहा 'मैंने प्रधानमंत्री मोदी को पिछले तीन सालों में 30 से अधिक पत्र लिखे लेकिन उन्होंने कभी जवाब नहीं दिया। मोदी को अपने प्रधानमंत्री होने का अहंकार हो गया है इसलिए उन्होंने मेरे पत्रों का जवाब नहीं दिया। अन्ना हजारे ने पहले ही उनके आने वाले आंदोलन की घोषणा कर दी है। हजारे का यह आन्दोलन 25 मार्च से नई दिल्ली में होने वाला है। इस आंदोलन के लिए समर्थन जुटाने के लिए आयोजित की जाने वाली तीन रैलियों में से यह पहली रैली थी।
अपने आगामी आंदोलन को लेकर अन्ना ने कहा कि 'यह एक इतना बड़ा आंदोलन होगा जैसा कि पहले कभी नहीं देखा गया होगा और यह सरकार के लिए चेतावनी होगी। अपनी रैली या आंदोलनों के माध्यम से वोट लेने का मेरी कोई मनसा नहीं है। जिस प्रकार जन लोकपाल बिल को लेकर बड़ी रैली हुई थी मुझे उम्मीद है कि किसानों के मुद्दे को लेकर भी वैसा ही देखने को मिलेगा। अन्ना ने यह भी कहा कि लोकपाल लागू करना और लोकायुक्त की नियुक्ति, और किसानों को पांच हजार रुपये की पेंशन दिए जाने की बात कहेंगे।