चित्तूरः आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के शुक्रवार को चित्तूर जिले के दौरे के दौरान पथराव और आगजनी में कम से कम 20 पुलिसकर्मी और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) व सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के कई कार्यकर्ता घायल हो गये। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस के मुताबिक, 13 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं और चित्तूर शहर के सरकारी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक वाई. रिशांत रेड्डी ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और फिलहाल सीआरपीसी 144 की धारा की जरूरत नहीं है। पुलिस ने बताया कि नायडू की तेदेपा के साथ-साथ सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के कई समर्थक भी घायल हुए हैं।
तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की चित्तूर जिले की यात्रा के दौरान पथराव और आगजनी करने के आरोप में लगभग 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। इसके अलावा, दंगों में शामिल 200 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किये जाने की संभावना है। पुलिस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज देख रही है।
नायडू की शुक्रवार की यात्रा के दौरान पथराव और आगजनी में कम से कम 20 पुलिसकर्मी और विपक्षी दल तेदेपा के साथ-साथ सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के कई समर्थक घायल हो गये थे। चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक वाई. रिशांत रेड्डी ने बताया, "हमारे पास वीडियो फुटेज है और हम 150 से 200 और लोगों को पकड़ सकते हैं। हम ने 300 पुलिसकर्मियों को पूरे जिले में तैनात किया है।”
उन्होंने कहा, "हमने उन सभी लोगों को पकड़ लिया है जिन्होंने महिला पुलिसकर्मियों समेत पुलिसकर्मियों पर पत्थरों, बीयर की बोतलों, लाठियों और अन्य वस्तुओं से हमला किया है।" उन्होंने कहा कि हांलाकि स्थिति अब नियंत्रण में है और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू करने की कोई जरूरत नहीं है।
पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि गिरफ्तार किये गये सभी लोग तेदेपा के हैं। विभिन्न जिलों में सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने में वाई एस जगनमोहन रेड्डी सरकार की कथित विफलता को उजागर करने के लक्ष्य से नायडू ‘युद्ध भेरी’ यात्रा पर हैं। ये परियोजनाएं नायडू के मुख्यमंत्री में शुरू की गयी थीं। चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक वाई रिशांत रेड्डी ने कहा, ‘‘पुंगानुर के रास्ते में भीषण पथराव की घटना सामने आयी है।
जहां पुलिस उपाधीक्षक समेत 20 से अधिक पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया।’’ उन्होंने कहा कि अन्नामय्या जिले के मुलकलाचेरूवु में एक रैली में भाषण देते हुए नायडू ने कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी की जिसके बाद हिंसक संघर्ष शुरू हो गया। उस रैली में नायडू ने थंबलपल्ले के विधायक पी द्वारकानाथ रेड्डी को ‘रावण’ कहा था।