नई दिल्लीः मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खालिस्तानी उग्रवादी अमृतपाल स्वर्ण मंदिर में आत्मसमर्पण करने की योजना बना रहा हैं। वहीं एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमृतपाल दिल्ली में डीयू की एक छात्रा के रूम में ठहरा हुआ था। यह छात्रा उसके सहयोगी पपलप्रीत से दिल्ली में किसानों के प्रदर्शन के दौरान मिली थी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, डीयू (दिल्ली विश्वविद्यालय) की एक छात्रा ने 'भगोड़ा' घोषित खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को दिल्ली के लक्ष्मी नगर स्थित अपने फ्लैट में शरण दी थी। पंजाब पुलिस और खुफिया एजेंसियां भगोड़े को शरण देने वाली छात्रा से पूछताछ कर रही हैं। द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्र के हवाले से बताया है कि दिल्ली में किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रा पपलप्रीत से मिली थी और वह पहले भी दो बार उसके घर जा चुका था। सूत्र के मुताबिक, वह (छात्रा) उसके गांव के पास के इलाके की रहने वाली हैं।
खुफिया एजेंसियों को मधु विहार के साईं चौक से 21 मार्च का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है, जिसमें कथित तौर पर अमृतपाल और उसका सहयोगी अपने घर से निकलने के बाद सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं। फुटेज में, एक व्यक्ति जो कथित तौर पर अमृतपाल है, अलग लुक में दिखाई दे रहा है। उसके बाल खुले हुए हैं, पगड़ी भी नहीं है और उसका चेहरा नकाब से ढका हुआ है। वह शख्स जैकेट और चश्मा पहने हुए है और दूसरे शख्स से आगे चल रहा है। यह दूसरा शख्स उसका सहयोगी पपलप्रीत बताया जा रहा है।
इस बीच खबर है कि अमृतपाल होशियारपुर में छिपा हुआ है और स्वर्ण मंदिर में आत्मसमर्पण करने की योजना बना रहा है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अमृतपाल सिंह होशियारपुर के रास्ते अमृतसर जा रहा था, तभी पंजाब पुलिस को इसकी सूचना मिली थी। वह देर रात एक चेकपोस्ट के जरिए भागने में सफल रहा।
रिपोर्ट के मुताबिक, अमृतसर हाई अलर्ट पर है क्योंकि अमृतपाल सिंह के जल्द ही आत्मसमर्पण करने की संभावना है। स्वर्ण मंदिर और अकाल तख्त के आसपास पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। अमृतपाल सिंह और उनके सहयोगियों के वहां छिपे होने की सूचना के बाद पंजाब पुलिस ने मंगलवार को होशियारपुर के एक गांव और आसपास के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया।