नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के उस आरोप को नकारा, जिसमें विपक्ष द्वारा केंद्र पर ये आरोप लगाया गया कि सरकार विपक्ष के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करती है। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए शाह ने कहा, "वे कोर्ट क्यों नहीं जाते? जब पेगासस का मुद्दा उठाया गया था तो मैंने कहा था कि सबूत के साथ कोर्ट जाओ, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। ये सिर्फ शोर मचाना जानते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "कोर्ट तो हमारे कब्जे में नहीं है।" कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सहित विपक्षी दलों ने अक्सर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर उनके वरिष्ठ नेतृत्व को निशाना बनाने के लिए सीबीआई, ईडी और अन्य एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। कई बार विपक्ष की ओर से ऐसे बयान सामने आए हैं, जिसमें वो भाजपा पर इस मुद्दे को लेकर हमलावर हुए हैं।
पिछले साल जुलाई में कई विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर भाजपा द्वारा इन एजेंसियों के 'दुरुपयोग' का आरोप लगाया था। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पत्र में कहा गया, "हम आपका ध्यान मोदी सरकार द्वारा अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ एक व्यवस्थित प्रतिशोध अभियान के तहत जांच एजेंसियों के निरंतर और तीव्र दुरुपयोग पर ध्यान दिलाने के लिए लिख रहे हैं।"
पत्र पर कांग्रेस और आप के साथ-साथ लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने हस्ताक्षर किए थे। विपक्षी नेताओं ने कहा, "इस अभियान का एकमात्र उद्देश्य प्रतिष्ठा को नष्ट करना और भाजपा से वैचारिक और राजनीतिक रूप से लड़ने वाली ताकतों को कमजोर करना है।" भाजपा ने केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग के किसी भी दावे का खंडन किया है।