नई दिल्ली: अडानी समूह से पीएम मोदी के कथित रिश्ते और उद्योग जगत को फायदा पहुंचाने के कांग्रेस के आरोपों का केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जवाब दिया है। समाचार एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा है कि उनके लिए इस मुद्दे पर अभी कुछ बोलना सही नहीं क्योंकि यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में है।
इसी कड़ी में अमित शाह ने आगे कहा है कि पीएम मोदी और भाजपा पर लगाए गए इन आरोपों को छुपाने या इससे डरने की कोई बात नहीं है। आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी पार्टियां अडानी समूह के साथ पीएम मोदी के कथित रिश्ते का दावा कर रहे है और इसे लेकर काफी विवाद भी हो रहा है।
अडानी समूह विवाद पर क्या बोले अमित शाह
इंटरव्यू के दौरान जब अमित शाह से यह पूछा गया कि उनकी पार्टी से उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani)को ‘फेवर’ मिलता है तो इस पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा है कि इस मुद्दे पर भाजपा के लिए छुपाने जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने यह भी कहा है कि इस विवाद को लेकर डरने की भी जरूरत है।
अपने बयान में सुप्रीम कोर्ट का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा है कि कैबिनेट का सदस्य होने के तौर पर इस समय मुझे इस मुद्दे पर कुछ भी बोलना सही नहीं होगा। लेकिन उन्होंने इशारों-इशारों में यह जरूर कहा है कि इसमें भाजपा के लिए 'छिपाने और डरने के लिए कुछ भी नहीं' है।
कांग्रेस ने पीएम मोदी पर लगाए ये आरोप
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में दिये अपने भाषण को देखने का कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया है और कहा कि यह ‘‘प्रधानमंत्री और अडानी के बीच साठगांठ’’ तथा देश में जो कुछ हो रहा है, उसे समझने के लिए जरूरी है। यही नहीं कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि अडानी 2014 के 609वें स्थान से छलांग लगाते हुए विश्व के दूसरे सबसे अमीर कारोबारी बन गये हैं।
राहुल ने आगे कहा है कि ‘‘मैंने प्रधानमंत्री से कुछ सवाल पूछे हैं। मैंने उनसे श्रीमान अडानी के साथ उनके संबंध के बारे में पूछा। प्रधानमंत्री ने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। मेरे सवाल का उनका जवाब यह था कि आप अपना उपनाम नेहरू क्यों नहीं लगाते, आप गांधी क्यों कहे जाते हैं।’’
अपने सरनेम के विवाद पर बोलते हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बेटे राहुल गांधी ने कहा, ‘‘...शायद श्रीमान मोदी नहीं जानते होंगे, लेकिन भारत में यह सामान्य परंपरा है कि हमारा उपनाम (सरनेम) हमारे पिता का (उपनाम) रहता है।’’
भाषा इनपुट के साथ