जयपुर: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और उनकी सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा 'सनातन धर्म' पर की गई विवादित टिप्पणी पर सियासत गर्म हो गई है। राजस्थान में एक रैली के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उदयनिधि स्टालिन के बयान का जिक्र करके I.N.D.I.A गठबंधन पर निशाना साधा।
अमित शाह ने कहा, "दो दिन से आप (I.N.D.I.A गठबंधन) इस देश की संस्कृति और सनातन धर्म का अपमान कर रहे हैं। I.N.D.I.A गठबंधन के दो प्रमुख दल कांग्रेस और डीएमके (एक वित्त मंत्री का बेटा और एक मुख्यमंत्री का बेटा) कह रहे हैं कि सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए। तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति करने कि लिए इन लोगों ने 'सनातन धर्म' का अपमान किया है।"
राजस्थान में परिवर्तन का आह्वान करते हुए अमित शाह ने कहा, "राहुल बाबा ने कहा कि जो हिंदू संगठन है वह लश्कर-ए-तैयबा से भी अधिक खतरनाक है। राहुल बाबा आप हिंदू संगठन की तुलना लश्कर-ए-तैयबा से कर रहे हैं, तो वहीं आपके गृहमंत्री कहते थे हिंदू टेरर चल रहा है। ये I.N.D.I.A गठबंधन वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।"
स्टालिन के बयान को केंद्र में एनडीए सत्ता की अगुवाई करने वाली भाजपा ने 'नरसंहार का आह्वान' करने वाला बताया है। तमिलनाडु भाजपा के प्रमुख के अन्नामलाई ने भी उदयनिधि स्टालिन के बयान पर हमला करते हुए कहा कि उनका बयान "ईसाई मिशनरियों के विचार" को बढ़ावा देने के लिए है।
उदयनिधि स्टालिन ने क्या कहा था
बता दें कि बीते शनिवार को चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए तमिलनाडु के खेल और युवा मामलों के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के खिलाफ बेहद अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा, "कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता है, उन्हें केवल समाप्त किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मच्छरों, मलेरिया या कोरोनोवायरस का विरोध नहीं कर सकते, हमें उन्हें खत्म करना होगा। उसी तरह हमें सनातन (सनातन धर्म) को खत्म करना होगा। सनातन का केवल विरोध करने के बजाय इसे खत्म किया जाना चाहिए।"