लाइव न्यूज़ :

Ambedkar Jayanti 2025: आज के युवाओं को डॉ. अंबेडकर के अनमोल विचारों को पढ़ना है जरूरी, जीवन जीने की मिलेगी प्रेरणा

By अंजली चौहान | Updated: April 14, 2025 07:29 IST

Ambedkar Jayanti 2025: अंबेडकर जयंती को भीम जयंती के रूप में भी जाना जाता है और 2015 से पूरे भारत में सार्वजनिक अवकाश के रूप में दलित अधिकारों के चैंपियन और भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार डॉ भीमराव रामजी अंबेडकर की याद में मनाया जाता है, जिनका जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था।

Open in App

Ambedkar Jayanti 2025:  अंबेडकर जयंती हर साल 14 अप्रैल को भारत में बड़े श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई जाती है। यह दिन डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर की जयंती होती है, जो भारत के संविधान निर्माता, महान समाज सुधारक, अर्थशास्त्री और दलितों के अधिकारों के प्रबल समर्थक थे। डॉ. भीमराव अंबेडकर भारत के महान सामाजिक सुधारक, संविधान निर्माता और न्यायविद थे। उनके विचार आज के युवाओं के लिए अत्यंत प्रेरणादायक और मार्गदर्शक हैं।

1. "शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो।"

यह विचार युवाओं को आत्मनिर्भर, जागरूक और एकजुट रहने के लिए प्रेरित करता है। शिक्षा ही परिवर्तन की पहली सीढ़ी है।

3. "मैं ऐसे धर्म को मानता हूँ जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है।"

आज के युवाओं के लिए यह संदेश है कि धर्म का उद्देश्य मानवता होनी चाहिए, न कि भेदभाव।

4. "अपने भाग्य के लिए दूसरों पर निर्भर मत रहो।"

आत्मनिर्भरता और खुद पर विश्वास ही सफलता की कुंजी है। दूसरों को दोष देना बंद कर अपने कर्म पर ध्यान दो।

5. "ज्ञान ही वह माध्यम है जिससे कोई व्यक्ति अपने जीवन को ऊँचा उठा सकता है।"

पढ़ाई और सोचने की क्षमता ही एक युवा को आगे बढ़ने में मदद करती है।

6. "अगर हम एक संयुक्त एकीकृत आधुनिक भारत चाहते हैं, तो सभी धर्मों के dogmas (कट्टरपंथ) को छोड़ना होगा।"

यह विचार युवाओं को सहिष्णुता और सेक्युलर सोच रखने की प्रेरणा देता है।

7. "मनुष्य का जीवन स्वतंत्रता में ही सार्थक है।"

बिना स्वतंत्रता के जीवन अधूरा है — यह स्वतंत्रता सोच, अभिव्यक्ति और कर्म की होनी चाहिए।

8- "मन की साधना मानव अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।"

अंबेडकर बौद्धिक विकास और आलोचनात्मक सोच के महत्व पर जोर देते हैं।

9- "किसी भी समाज की प्रगति उसके सबसे कमजोर वर्गों की प्रगति पर निर्भर करती है।"

अम्बेडकर का मानना ​​था कि एक न्यायपूर्ण समाज के लिए सभी की उन्नति आवश्यक है, जिसमें सबसे कमजोर व्यक्ति भी शामिल हैं।

10- "यदि आप एक सम्मानजनक जीवन जीने में विश्वास करते हैं, तो आप आत्म-सहायता में विश्वास करते हैं जो सबसे अच्छी मदद है।" 

यह उद्धरण व्यक्तिगत एजेंसी के महत्व और अपनी सफलता के लिए खुद जिम्मेदारी लेने को रेखांकित करता है।

टॅग्स :डॉ भीम राव अंबेडकर जयंतीबर्थडे स्पेशलमहाराष्ट्रभारत
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतPutin Visit India: राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे का दूसरा दिन, राजघाट पर देंगे श्रद्धांजलि; जानें क्या है शेड्यूल

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

भारत अधिक खबरें

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील

भारतरेपो दर में कटौती से घर के लिए कर्ज होगा सस्ता, मांग बढ़ेगी: रियल एस्टेट

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो के उड़ानों के रद्द होने पर राहुल गांधी ने किया रिएक्ट, बोले- "सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा"

भारतIndiGo Flights Cancelled: इंडिगो ने दिल्ली से सभी फ्लाइट्स आज रात तक की बंद, यात्रियों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी