लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने बाहुबली अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के झांसी में पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार को फर्जी मुठभेड़ के आरोप में घेरने का प्रयास किया है। अतीक का बेटा असद, अपने पिता और अन्य आरोपियों के साथ उमेश पाल की हत्या में आरोपी था और उसे गुरुवार की सुबह में उत्तर प्रदेश की एसटीएफ ने झांसी में एक अन्य आरोपी गुलाम के साथ मार गिराया है।
इस घटना के फौरन अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा, "झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आजके व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जाँच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फ़ैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। भाजपा भाईचारे के ख़िलाफ़ है।"
अखिलेश यादव इससे पहले भी योगी शासन और यूपी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं। अखिलेश यादव का आरोप है कि यूपी की सत्ता पर काबिज भाजपा अन्य जरूरी मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए कथित 'फर्जी मुठभेड़ों' का सहारा ले रही है।
मालूम हो कि मुठभेड़ में मारा गया अतीक अहमद का बेटे असद अहमद और उसके साथी गुलाम पर पांच-पांच लाख रुपए का इनाम था। उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी को हुई थी। इसके बाद से ही पुलिस लगातार असद के ठिकानों को तलाश रही थी। उसके नेपाल भाग जाने की भी खबरें आई थी। वहीं, ये भी बात सामने आई थी कि वह हत्याकांड के बाद कुछ दिनों तक दिल्ली में छुपा हुआ था। बहरहाल, झांसी में इनकी लोकेशन मिलने पर पुलिस ने इन्हें मार गिराया।
एनकाउंटर की खबर उस वक्त सामने आई जब आज ही प्रयागराज कोर्ट में अतीक अहमद की उमेश पाल हत्या मामले में रिमांड पर सुनवाई चल रही थी। अतीक अहमद को यूपी पुलिस साबरमती की जेल से बुधवार को प्रयागराज लेकर आई थी। अतीक के भाई अशरफ को भी कोर्ट में पेश किया गया है।