जौनपुरः सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जौनपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसा। अखिलेश यादव ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वाराणसी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गंगा में डुबकी नहीं लगाने पर कटाक्ष किया।
अखिलेश यादव ने संवाददाताओं से कहा कि सीएम आदित्यनाथ जानते हैं कि गंगा अभी भी गंदी है और इसलिए उन्होंने डुबकी लगाने से परहेज किया। उन्होंने यह भी दावा किया कि सत्ताधारी दल ने गंगा की सफाई के नाम पर बड़ी रकम खर्च की है, लेकिन कुछ नहीं किया गया है। अच्छी तरह वाकिफ हैं कि नदी साफ नहीं है।
इससे पहले अखिलेश यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा था कि आखिरी समय में बनारस में ही रहा जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन किया था। यादव यह कहा था कि वाराणसी में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और वहां एक महीने का कार्यक्रम रखा जा रहा है, तब उन्होंने कहा, "बहुत अच्छी बात है। एक महीना नहीं, दो महीने, तीन महीने रहें, अच्छी बात है। वह जगह रहने वाली है। आखिरी समय पर बनारस में ही रहा जाता है।"
"सीएम योगी आदित्यनाथ को पता था कि गंगा गंदी है... इसलिए उन्होंने डुबकी नहीं लगाई। बीजेपी ने गंगा की सफाई पर करोड़ों खर्च किए हैं लेकिन यह अभी भी गंदी है। क्या मां गंगा कभी साफ होगी?" अखिलेश यादव की टिप्पणी पीएम मोदी और भाजपा पर है।
पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि यह परियोजना उनके शासनकाल में मंत्रिमंडल द्वारा पारित की गई थी। यादव ने कहा कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इटावा आये और इस दौरान उन्होंने जिन विकास कार्यों का उद्घाटन किया वे सब सपा शासन में बने थे।
सपा प्रमुख ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश और पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव में निश्चित हार से घबराकर भाजपा ने नए कृषि कानून वापस लिए हैं। उन्होंने आरोप लगाया , ‘‘ भाजपा के लिये वोट महत्वपूर्ण हैं, किसान नहीं। अगर भाजपा को किसान की जरा सी परवाह होती तो कृषि कानूनों के विरोध में इतना लम्बा आन्दोलन नहीं चलता। इस दौरान 700 किसानों की जान चली गई। ’’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश मे चुनाव हारने का मतलब प्रधानमंत्री का जाना और भविष्य की राजनीति में बड़ा बदलाव आना है।