नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद मेनका गांधी ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वे अपनी गौशालाओं से गायों को कसाईयों को बेचते हैं। मेनका गांधी के आरोपों के बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने नाराजगी जताई है। अखिलेश ने मेनका गांधी के आरोपों को किसी बड़े षडयंत्र का हिस्सा बताया है।
सपा प्रमुख ने कहा, "भाजपाइयों ने पहले भूमाफ़ियों से मिलकर राधास्वामी सत्संग को निशाना बनाया और भाजपा के लोग अब गोपालक भगवान कृष्ण के उपासकों पर ही कसाइयों को गाय बेचने का वीभत्स आरोप लगा रहे हैं। विश्वभर के ISKCON के अनुयायी इस आरोप से व्यथित और दुखी हैं। भाजपा सरकार को स्पष्टीकरण देना ही होगा क्योंकि इसका संबंध सिर्फ़ प्रदेश व देश से ही नहीं है बल्कि अंतरराष्ट्रीय छवि से भी है क्योंकि कृष्ण चेतना को समर्पित ISKCON का विस्तार सम्पूर्ण विश्व में है। जनता का सवाल ये है कि भाजपा के लोग किस वजह से समाज में ऐसा वैमनस्य फैलाना चाहते हैं और किसके कहने पर? इस्कॉन पर आरोप किसी बड़े षड्यंत्र का संकेत है।" बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनक गांधी एक पशु अधिकार कार्यकर्ता भी हैं और पशु कल्याण के मुद्दों पर सोशल मीडिया पर मुखर रहती हैं। एक वीडियो में मेनका गांधी को यह कहते सुना गया कि इस्कॉन देश का सबसे बड़ा धोखेबाज, वे गौशालाओं का रखरखाव करते हैं और विशाल भूमि सहित सरकार से लाभ प्राप्त करते हैं।
मेनका गांधी ने आगे कहा, "मैंने अभी उनकी अनंतपुर गौशाला का दौरा किया। पूरी डेयरी में एक भी दूध ना देने वाली गाय नहीं थी। वहां एक भी बछड़ा नहीं था। इसका मतलब है कि सभी बेच दिए गए थे। इस्कॉन अपनी सारी गायें कसाईयों को बेच रहा है। वे जितना करते हैं उतना कोई नहीं करता। और वे सड़कों पर 'हरे राम हरे कृष्ण' गाते रहते हैं।"
हालांकि मेनका के आरोपों का इस्कान ने खंडन किया है। इस्कॉन ने इन आरोपों को निराधार और झूठा बताया है।