Lok Sabha Elections 2024: "वोटिंग जाति से ऊपर उठकर हो रही है, भाजपा को यूपी और बिहार में यादवों ने भी वोट दिया है". अमित शाह ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 20, 2024 08:25 AM2024-05-20T08:25:13+5:302024-05-20T08:28:57+5:30
अमित शाह ने कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद वो चिंतित था, लेकिन जब तीसरे चरण का मतदान शुरू हुआ, तो मुझे पता चला कि विपक्ष के मतदाता दिखाई नहीं दे रहे हैं। वे इस बात से निराश थे कि परिणाम पहले से ही चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में हैष
![Lok Sabha Elections 2024: "Voting is happening irrespective of castes, Yadavs have also voted for BJP in UP and Bihar". Amit Shah said | Lok Sabha Elections 2024: "वोटिंग जाति से ऊपर उठकर हो रही है, भाजपा को यूपी और बिहार में यादवों ने भी वोट दिया है". अमित शाह ने कहा Lok Sabha Elections 2024: "Voting is happening irrespective of castes, Yadavs have also voted for BJP in UP and Bihar". Amit Shah said | Lok Sabha Elections 2024: "वोटिंग जाति से ऊपर उठकर हो रही है, भाजपा को यूपी और बिहार में यादवों ने भी वोट दिया है". अमित शाह ने कहा](https://d3pc1xvrcw35tl.cloudfront.net/sm/images/420x315/amit-shah-1-reuters_20190591118.jpeg)
फाइल फोटो
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर कहा कि देश के नागरिक परिपक्व हैं और सावधानी से मतदान करते हैं। उन्होंने इस सिद्धांत को खारिज करते हुए कि विपक्ष जनता को यह समझाने में कामयाब रहा है कि भाजपा को 400 से अधिक सीटें इसलिए चाहिए क्योंकि वो पिछड़ी जातियों को मिलने वाले आरक्षण को ख़त्म कर देगी।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के आरोप सरासर गलत हैं, लोगों ने भाजपा और एनडीए की सत्ता में वापसी को स्वीकार कर लिया है और यही कारण है कि विपक्षी दलों के मतदाताओं में उदासीनता है।
समाचार पत्र हिंदुस्तान टाइम्स को दिये इंटरव्यू में अमित शाह ने कहा, "पहले चरण के बाद मैं चिंतित था, लेकिन जब तीसरे चरण का मतदान शुरू हुआ, तो मुझे पता चला कि विपक्ष के मतदाता दिखाई नहीं दे रहे हैं। वे इस बात से बहुत निराश हैं कि परिणाम पहले से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में है और गर्मी में वोट देने के लिए बाहर जाने की बजाय उन्होंने घर बैठने का फैसला किया। हालाँकि यह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। उन्हें भी अपना वोट डालना चाहिए था, लेकिन इंडिया ब्लॉक के मतदाताओं में व्यापक मोहभंग के कारण मतदान में गिरावट आई है।"
भाजपा नेता ने कहा कि पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा जैसे राज्यों में मतदान का प्रतिशत अच्छा रहा और यदि आप देखेंगे तो पता चलेगा कि मतदान में गिरावट कांग्रेस को पारंपरिक क्षेत्रों में रही है।
उन्होंने मतदान सर्वे पर कहा, "विदेशी एजेंसियाँ देश में ठीक से सर्वेक्षण नहीं कर पातीं। शेयर बाज़ार के ऊपर-नीचे होने के कई कारण हैं। हम जमीनी स्तर पर चुनाव की निगरानी कर रहे हैं और मजबूती से लड़ रहे हैं। मेरी एक भी रैली नहीं है, जिसके बाद मैं अपने 40-50 कार्यकर्ताओं के साथ नहीं बैठूं और उनके फीडबैक के मुताबिक मेरे लिए चिंता की कोई बात नहीं है।"
कांग्रेस के संबंध में बात करते हुए अमित शाह ने कहा, "कांग्रेस ने इस चुनाव में भी केवल राहुल गांधी को ही आगे किया गया, उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे के बारे में कोई बात ही नहीं की। जहां तक हमारा सवाल है तो हम मोदी जी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं और वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनेंगे।"
चुनाव में जाति समीकरण पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता। इस लोकसभा चुनाव में जाति से ऊपर उठकर वोटिंग हो रही है। उत्तर प्रदेश और बिहार में भी यादवों ने हमें वोट दिया है।"
अमित शाह ने बिहार के सियासत पर बात करते हुए कहा, "बिहार में नीतीश जी पुराने मित्र हैं। कुछ ग़लतफ़हमियों के कारण कुछ लोग उन्हें दूसरी ओर ले गये। हमने जाति के कारण रालोद के साथ साझेदारी नहीं की। हम किसानों के एक महत्वपूर्ण वर्ग तक अपनी पार्टी की पहुंच सुनिश्चित करना चाहते थे और इसलिए हमने आरएलडी के साथ गठबंधन किया। इसका चुनावी जीत-हार से कोई लेना-देना नहीं है।"