नई दिल्ली: पिछले दो साल से पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ तनाव जारी है। भारतीय सेना और वायुसेना अपने भारी हथियारों के साथ सीमा पर डटी हैं। इसी बीच वायुसेना प्रमुख ने एक बड़ा बयान दिया है जो चीन की चिंता बढ़ा सकता है। आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के उपलक्ष्य में एक निजी टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में वायुसेना प्रमुख वी.आर चौधरी ने कहा कि रूस से मिलने वाले एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को पाकिस्तान के साथ-साथ चीन सीमा पर भी तैनात किया जाएगा।
हिंदी समाचार चैनल आजतक से बातचीत में वायुसेना प्रमुख ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर रडार लगाने का काम भी तेजी से चल रहा है। वी. आर. चौधरी ने कहा कि वायुसेना चीन सीमा पर लगातार निगरानी रखे हुए है और किसी भी चीनी गतिविधि पर अपनी नजर बनाए हुए है।
अग्निपथ पर बोले वायुसेना प्रमुख
वायुसेना प्रमुख ने तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए लागू नए नियमों पर भी बात की। अग्निपथ पर बात करते हुए वी.आर चौधरी ने कहा कि इस योजना को लेकर देश भर में युवाओं से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। युवाओं ने इस योजना में रूचि दिखाई है, इसलिए अब तक वायुसेना को देश भर से साढे सात लाख से अधिक आवेदन मिल चुके हैं।
चीन के साथ जारी है सैन्य वार्ता
सीमा पर लगातार जारी गतिरोध के बीच आज चुशुल मोल्डो इलाके में भारत और चीन के सैन्य कमांडरों की वार्ता भी हो रही है। 16वें दौर की बातचीत में भारत की कोशिश चीन पर सीमा से सैनिकों की वापसी और जून 2020 से पहले वाली स्थिति बहाल करने के लिए दबाव बनाने की है। जून महीने के आखिरी सप्ताह में एक चीनी लड़ाकू विमान भारतीय चौकियों के बेहद नजदीक आ गया था। भारत इस मुद्दे को भी बैठक के दौरान उठाने वाला है।