उत्तर प्रदेश के कानपुर में एनआईए की छापेमारी के बाद चलन से बाहर हो चुके पांच सौ और एक हजार रुपए के भारी मात्रा में पुराने नोट जब्त किए हैं। पुलिस ने करीब 96 करोड़ 62 लाख रुपए सहित 7 नामी लोगों को गिरफ्तार किया है।
नोटबंदी के बाद जब्त किए पुराने नोटों में यह सबसे बड़ी रकम है।कारोबारी के घर से इतनी बड़ी रकम मिलने से शासन प्रशास के कान खड़े हो गए हैं। जांच के दौरान खुल रही परत दर परत के मुताबिक एनआई देश भर में छापेमारी कर रही है। पढ़ें इस खबर की 10 खास बातें।
2) इस छापेमारी में पुलिस ने चलन से बाहर हो चुके एक हजार और पांच सौ के करीब 96 करोड़ 62 लाख रुपए जब्त किए।
3) कारोबारी ने इन नोटों के तीन 'बिस्तर' बना रखे थे। नोटों का बिस्तर देख पुलिस दंग रह गई।
4) इतनी भारी मात्रा में मिले नोटों की गिनती का सिलसिला सारी रात चलता रहा।
5) कारोबारी इन रुपओं को पूर्वांचल की एक एक्सचेंज एजेंसी के जरिए बदलवाने की फिराक में था।
6) पुलिस ने छापमारी में न सिर्फ नोट बल्कि 7 नामचंद लोगों को भी गिरफ्तार किया है, हालांकि इनके नाम बताने से इनकार कर दिया गया है।
7) नोटबंदी के करीब 14 महीनें बाद हजार और पांच सौ रुपए के नोटों की इतनी बड़ी खेप बरामद की गई है।
8) नोटबंदी के बाद सरकार ने दावा किया था कि बंद हो चुके सभी नोट सरकार के कोष में चले गए हैं, लेकिन इस कार्रवाई से सरकार के दावे को चुनौती मिलती है।
9) कानपुर में हुई छापेमारी के बाद पुलिस को कई अहम जानकारी मिली है, जिसके आधार पर देश के कई शहरों में कार्रवाई का सिलसिला शुरू कर दिया गया है।
10) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन पर रोक लगाने के लिए 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की थी।