टीएचडीसी (इंडिया) की विष्णुगाड-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के बिजलीघर के पास जबरन हटाये जा रहे परियोजना प्रभावितों ने शुक्रवार को आत्मदाह की कोशिश की। हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों और प्रशासन की तत्परता से परियोजना के बैराज स्थल पर बड़ा हादसा होने से बच गया। टीएचडीसी (इंडिया) के अनुरोध पर स्थानीय प्रशासन की एक टीम पीपलकोटी के समीप निर्माणाधीन परियोजना के बिजलीघर पर हाट गांव में रह रहे स्थानीय परिवारों के घरों के ध्वस्तीकरण के लिए पहुंचे थे। जैसे ही स्थानीय प्रशासन के दल ने इन अधिगृहीत मकानों को तोड़ने की कोशिश शुरू की, वहां युवाओं और महिलाओं के एक दल ने अपने उपर ज्वलनशील पदार्थ डाल कर आत्मदाह करने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस प्रसाशन की तत्परता से इस अप्रिय घटना को टाल दिया गया। चमोली पुलिस के अनुसार, एक व्यक्ति ने केन से अपने उपर ज्वलनशील पदार्थ डाल लिया लेकिन वहां मौजूद पुलिस बल के सदस्यों ने उसे बचा लिया। पुलिस ने बताया कि परियोजना प्रभावितों और परियोजना अधिकारियों के बीच बातचीत से हल निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। चमोली जिले में अलकनंदा नदी पर पीपलकोटी के हाट गांव के पास 'रन ऑफ द रिवर' तकनीक से जलविद्युत परियोजना का निर्माण किया जा रहा है जिसके तहत हाट गांव के ग्रामीणों की जमीन और मकान अधिगृहीत किए गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अधिग्रहण के तहत कंपनी के साथ बुनियादी सुविधाओं के विस्तार के लिए समझौता हुआ था जिसका अभी तक पालन नहीं हुआ है। उनका कहना था कि जब तक सुविधायें बहाल नहीं की जाती तब तक अपने मकान नहीं छोड़ेंगे।
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