लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के नेतृत्व में एक भारतीय संसदीय शिष्टमंडल 7 से 8 सितंबर तक होने वाले संसदों के अध्यक्षों के पांचवें विश्व सम्मेलन में हिस्सा लेने वियेना जाएगा। लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार, इस शिष्टमंडल में लोकसभा अध्यक्ष बिरला के अलावा राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और लोकसभा के महासचिव उत्पल कुमार सिंह भी शामिल हैं। इसमें कहा गया है कि यह शिष्टमंडल 7 और 8 सितंबर को संसदों के अध्यक्षों के पांचवें विश्व सम्मेलन और 9 सितंबर को आतंकवाद का मुकाबला करने संबंधी प्रथम वैश्विक संसदीय शिखर सम्मेलन में भाग लेगा। इन सम्मेलनों का आयोजन अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू), जिनेवा और ऑस्ट्रिया की संसद मिलकर संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से कर रहे हैं। कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद यह पहला ऐसा अंतरराष्ट्रीय संसदीय कार्यक्रम होगा जिसमे प्रतिभागी प्रत्यक्ष रूप से भाग लेंगे। बयान के अनुसार, बिरला संसदों के अध्यक्षों के पांचवें विश्व सम्मेलन में दो प्रस्तावों पर होने वाली आम चर्चा में भाग लेंगे । इनमें पहला विषय कोविड-19 महामारी से उपजी चुनौतियों का सामना करने के लिए विश्व स्तर पर की गई कार्रवाई और जनता की सहायता करने में बहुपक्षवादी कार्यनीति की सफलता’ तथा दूसरा विषय महिलाओं और बालिकाओं के प्रति भेदभाव करने वाले कानूनों का खात्मा ही लैंगिक समानता की दिशा में एकमात्र उपाय है। लोकसभा सचिवालय के बयान के अनुसार, बिरला "संसद और वैश्विक शासन: अनफिनिशड एजेंडा" विषय पर चर्चा में भाग लेंगे। हरिवंश भी इस चर्चा सत्र में हिस्सा लेंगे। संसदों के अध्यक्षों के पांचवें शिखर सम्मेलन के अंत में इसके मुख्य विषय ‘जनसाधारण और पृथ्वी के लिये शांति और सतत विकास का मार्ग प्रशस्त करने हेतु प्रभावी बहुपक्षीय कार्यवाही के लिए संसदीय नेतृत्व’ पर एक उच्च स्तरीय घोषणा पारित की जाएगी । इसमें कोविड-19 महामारी के संकट काल में दुनिया की सभी संसदों की एकजुटता को दर्शाया जाएगा।
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