लद्दाख: समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों के मुताबिक, लद्दाख में एक सैन्य वाहन के गहरी घाटी में गिर जाने से 9 सैन्यकर्मियों के मारे जाने की आशंका है। अधिकारियों के मुताबिक, यह त्रासदी शनिवार शाम दक्षिणी लद्दाख के न्योमा जिले में केरी के पास हुई। उन्होंने कहा कि स्थान पर बचाव अभियान चल रहा है।
रक्षा अधिकारियों ने कहा, "घटना में कई अन्य घायल हुए हैं। सैनिक लेह के पास कारू गैरीसन से क्यारी की ओर जा रहे थे। दुर्घटना में कई सैनिकों को चोटें भी आई हैं। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।" उन्होंने आगे कहा, "मरने वालों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है जबकि एक घायल हो गया है।"
पिछले साल भी 27 मई को लद्दाख के तुतुर्क इलाके में श्योक नदी में सेना के जवानों को ले रहा वाहन गिर जाने से 8 जवानों की मौके पर ही मौत हो गई थी और 19 जख्मी हो गए थे। तब सेना के साथ जुड़ा जो वाहन नदी में गिरा था उसे चलाने वाला कश्मीरी ड्राइवर हादसे से पहले कूद गया था और उसके विरूद्ध मामला अभी भी चल रहाहै। तब इसे ड्राइवर जेहाद का नाम दिया गया था।
सेना प्रवक्ता से मिली जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना का वाहन लेह से नायोमा की तरफ जा रहा था। क्यारी से छह किलोमीटर पहले हादसा हुआ है। ट्रक गहरी खाई में जा गिरा। हादसा शाम 5.45 बजे हुआ। इस हादसे में 9 जवानो की मौत हो गई।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि यह दुर्घटना शनिवार शाम दक्षिणी लद्दाख में हुई। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर बचाव अभियान चल रहा है। मरने वालों में से एक जेसीओ और आठ जवान । एक जवान घायल। प्रवक्ता ने बताया कि पांच गाड़ियों का काफिला था जिनमें से एक अशोक लेलैंड दुर्घटनाग्रस्त हो गया । दुर्घटना लेह से करीब 150 किमी दूर क्यारी इलाके मंे हुई है। यह जगह न्योमा के पास है जो चीन से लगी सीमा के करीब हैं।
जानकारी के लिए पिछले साल 27 मई को लद्दाख के ही तुर्तुक इलाके में जिस सैन्य बस हादसे में 8 सैनिक मारे गए थे वह बस सेना के साथ लगी हुई थी। उस बस को स्थानीय ड्राइवर अहमद शाह ही चला रहा था। हादसे के दिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया था कि ड्राइवर भी हादसे का शिकार हुआ या बच कर भाग निकला।
काफी तलाशी के बाद भी दुर्घटनास्थल पर उसका कुछ पता नहीं चला था। बाद में पता चला कि बस बेकाबू होते ही वह कूद कर अपनी जान बचा ली थी। इसलिए उस पर केस दर्ज कराया गया था जो अभी भी चल रहा है। इसे तब ड्राइवर जेहाद का नाम भी दिया गया था।