हैदराबाद, 6 जूनः मोदी सरकार पर आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिला पाने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए वाईएसआर कांग्रेस के पांच सांसदों ने आज सदन से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सांसदों के इस्तीफे के फैसले को 29 मई को पुनर्विचार के लिए वापस कर दिया था। लेकिन बुधवार को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया।
यही नहीं वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों ने ऐसा करने के लिए आंध्र प्रदेश की दूसरी प्रमुख पार्टी तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के सांसदों को ऐसा करने का चैलेंज दिया है।
वाईएसआर कांग्रेस के सुप्रीमो जगनमोहन रेड्डी ने इसकी जानकारी थी। उनके सांसदों ने बीते 6 अप्रैल को ही इस्तीफा दे दिया था। हालांकि लोकसभा स्पीकर ने तब उनका इस्तीफा स्वीकार करने से मना कर दिया था। लोकसभा स्पीकर ने उन्हें पुनिर्विचार के लिए कहा था।
लेकिन जगनमोहन रेड्डी अपने फैसले पर कायम होने की बात पहले ही कह चुके थे। इसलिए उनके सांसदों ने अपना फैसला नहीं बदला। इससे पहले राष्ट्रीय प्रगतिशील गठबंधन (एनडीए) में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सहयोगी दल टीडीपी ने भी आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने को लेकर गठबंधन तोड़ लिया था।
इसके बाद टीडीपी मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर भी सदन में आने की पेशकश की। इसमें पूरे विपक्ष में उनका साथ दिया।