चंड़ीगढ़: भारत सरकार द्वारा पंजाब के अटारी-वाघा सीमा पर 22 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा किया गया है। उनकी सजा पूरे होने के बाद उनको रिहा किया गया है। ऐसे में जब वे रिहा हो रहे है उस समय का एक वीडियो भी जारी किया गया है। वीडियो में उनके कागजात को चेक करते और उन्हें पाकिस्तान के सीमा में घूसते हुए देखा जा रहा है।
बता दें कि इन कैदियों को भारत के अलग-अलग हिस्सों से यहां लाया गया है और फिर उन्हें उनके देश वापस भेजा गया है। गौर करने वाली बात यह है कि जिन लोगों को रिहा किया गया है उनमें मछुआरों की संख्या काफी ज्यादा है। इन मछुआरों को गुजरात की कच्छ जेल से यहां लाया गया है।
क्या दिखा वीडियो में
न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा जारी वीडियो में यह देखा गया है कि वाघा बार्डर पर भारत और पाकिस्तान के सेना मौजूद हैं। इस दौरान वहां कुछ लोग लाइन में लगे अपनी पहचान बता रहे है। ऐसे में जब उनके कागजात सही से चेक कर लिया गया और उनकी पहचान भी पूरी कर ली गई तब एक-एक कैदियों को पाकिस्तान के सीमा में प्रवेश करने को कहा गया।
इस हालत में जब वे पाकिस्तान में घुस रहे है तो वहां भी इनकी पहचान की पुष्टी की जा रही है और उनके कागजात को चेक किया जा रहा है। वीडियो में यह देखा जा रहा है कि सब कुछ सही होने के बाद ही उन्हें सीमा से अंदर जाने दिया जा रहा है। इन सब के बीच दोनों देशों के एक-एक जवान को कुछ कागजात को लेकर चर्चा भी करते हुए देखा गया है।
वाघा बार्डर से 22 पाकिस्तानों को भेजा गया उनका देश
भारत सरकार ने शुक्रवार को सजा पूरी होने के बाद 22 पाकिस्तानी कैदियों को रिहा कर दिया है। मामले में बोलते हुए अधिकारियों ने बताया कि उन्हें सीमा सुरक्षा बल के जवानों द्वारा अटारी-वाघा सीमा पर संयुक्त जांच चौकी (जेसीपी) पर पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया गया। उन्होंने बताया कि इन सभी को दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग द्वारा जारी किए गए ‘आपातकालीन यात्रा प्रमाणपत्र’ के आधार पर पाकिस्तान भेजा गया है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के समय उनमें से किसी के पास किसी भी तरह के यात्रा दस्तावेज नहीं थे। अधिकारियों ने बताया कि इन 22 कैदियों में से नौ मछुआरे गुजरात की कच्छ जेल से, 10 अमृतसर केंद्रीय कारागार से और तीन अन्य जेलों से यहां लाए गए। उन्होंने बताया कि मछुआरों को भारतीय नौसेना ने पकड़ा था।
भाषा इनपुट के साथ