World Tuberculosis Day: टीबी की बीमारी में शरीर देता है 10 चेतावनी, तुरंत खाना शुरू करें ये 5 चीजें
By उस्मान | Updated: March 24, 2021 09:18 IST2021-03-24T09:18:35+5:302021-03-24T09:18:35+5:30
टीबी का इलाज मौजूद है, बस आपको लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना और समय पर इलाज शुरू करना है

टीबी के लक्षण
हर साल 24 मार्च को विश्व तपेदिक दिवस (World Tuberculosis Day) के रूप में मनाया जाता है. इस दिन साल 1882 में डॉक्टर रॉबर्ट कोच ने तपेदिक के जीवाणु की खोज की घोषणा की थी। इसे आम भाषा में तपेदिक, क्षय रोग या टीबी कहते हैं.
इस दिवस को मनाने का उद्देश्य इस घातक बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना है। इस घातक स्वास्थ्य स्थिति के कारण हर साल लगभग 1.5 मिलियन लोग विकासशील देशों में मर जाते हैं। विश्व तपेदिक दिवस 2021 की थीम 'The clock is ticking' है।
टीबी की बीमारी क्या है?
टीबी गंभीर संक्रामक रोग है, जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है। बीमारी का कारण बनने वाले बैक्टीरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को खांसी और छींक के माध्यम से हवा में छोड़ी गई छोटी बूंदों के माध्यम से फैलते हैं।
टीबी की बीमारी के प्रकार
छिपा हुआ टीबी
इस स्थिति में, आपको टीबी संक्रमण होता है, लेकिन बैक्टीरिया आपके शरीर में निष्क्रिय अवस्था में रहता है और कोई लक्षण नहीं पैदा करता है। इसे निष्क्रिय टीबी या टीबी संक्रमण भी कहा जाता है, संक्रामक नहीं है। यह सक्रिय टीबी में बदल सकता है, इसलिए इससे पीड़ित को इलाज करना जरूरी है ताकि टीबी के प्रसार को नियंत्रित करने में मदद मिल सके।
सक्रिय टीबी
यह स्थिति आपको बीमार बनाती है और ज्यादातर मामलों में दूसरों में फैल सकती है। यह टीबी बैक्टीरिया के संक्रमण के बाद पहले कुछ हफ्तों में हो सकता है, या वर्षों बाद हो सकता है।
सक्रिय टीबी के संकेत और लक्षण
सक्रिय टीबी के संकेत और लक्षणों में खांसी जो तीन या अधिक सप्ताह तक रहती है, खूनी खांसी, सीने में दर्द या सांस लेने या खांसने के साथ दर्द होना, अचानक वजन कम होना, थकान, बुखार, रात को पसीना आना, ठंड लगना और भूख में कमी आदि शामिल हैं।
शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकता है टीबी
तपेदिक आपके शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकता है, जिसमें आपकी किडनी, रीढ़ या दिमाग शामिल हैं। जब टीबी आपके फेफड़ों के बाहर होती है, तो संकेत और लक्षण शामिल अंगों के अनुसार भिन्न होते हैं। उदाहरण के लिए, रीढ़ की टीबी में आपको पीठ दर्द हो सकता है और आपके किडनी में टीबी होने से पेशाब में खून आने की समस्या हो सकती है।
किसे है टीबी का ज्यादा खतरा
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, एचआईवी/एड्स से पीड़ित, आईवी दवाओं का प्रयोग करने वाले, संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में रहने वाले, ऐसे देश से हैं जहां टीबी आम है, जैसे कि लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और एशिया के कई देश, उन क्षेत्रों में रहने या काम करने वाले लोगों में जहां टीबी आम है, जैसे जेल या नर्सिंग होम।
टीबी की बीमारी के डाइट प्लान
कैलोरी वाली चीजें
मेटाबोलिज्बम और वजन घटाने को रोकने के लिए टीबी रोगियों की डाइट में कैलोरी और पोषक तत्वों से भरपूर चीजें होनी चाहिए। इएमिन केला, अनाज दलिया या खीर, रवा या सूजी केसरभट या हलवा, मूंगफली चिक्की, रवा लड्डू, गेहूं और रागी अंकुरित दलिया या पेय, खिचड़ी आदि शामिल हैं।
प्रोटीन फूड
मूंगफली, जिंकली चिक्की या लड्डू, या ड्राई फ्रूट और अखरोट के मिक्स को शामिल करके प्रोटीन की जरूरतें पूरी की जाती हैं। आप सूखे मेवे और नट्स को बारीक पीसकर मिल्कशेक में मिलाकर ले सकते हैं। इसके अलावा अंडे, पनीर, टोफू और सोया चंक्स का खूब सेवन करें।
विटामिन ए, ई, सी
टीबी के रोगियों के लिए पीले-नारंगी फल और सब्जियां शामिल बेहतर हैं। इनमें संतरा, आम, पपीता, मीठा कद्दू और गाजर हैं, जो विटामिन ए से भरपूर होते हैं, जबकि विटामिन सी ताजे फलों जैसे अमरूद, आंवला, संतरे, टमाटर, मीठा चूना, नींबू, और शिमला मिर्च में पाया जाता है।
विटामिन ई आमतौर पर गेहूं, नट्स, बीज और वनस्पति तेलों में पाया जाता है। इनके अलावा आपको बी कॉम्प्लेक्स विटामिन और सेलेनियम और जिंक वाली चीजों का खूब सेवन करना चाहिए।