अहमदाबाद के रहने वाले 29 साल के विकाश कुमार ने कुछ ऐसा किया जिससे वह अपना वजन 34 किलो तक घटा पाए हैं। विकाश ने केवल अंडे का सफेद भाग खाकर और हर रोज कार्डियो कर के यह सफलता हासिल की है। उसका कहना है कि वे अपने मोटापे से बहुत परेशान थे। उन्हें चलने फिरने में भी काफी दिक्कत होता था और उन्हें पहले सीढ़ियो पर भी चढ़ने में बहुत समय लग जाता था। अब उनका वजन कम होने के बाद वे अपने जीवन में काफी बदलाव देख रहे हैं। यही नहीं वह पहले के मुकाबले अब वह अपना काम भी सही से कर पाते हैं। तो आइए जानते है कि विकाश ने ऐसा क्या किया जो कुछ ही दिनों में अपने वजन को 34 किलो तक कम कर लिया है।
विकाश ने बदला अपना डाइट प्लान
द टाइम्स ऑफ इण्डिया के मुताबिक, विकाश ने बताया कि जब वह अपने मोटापे से परेशाम हो गया था तब लोगों ने उसे अपने डाइट चार्ट को बदलने की सलाह दी थी। लोगों की सलाह पर विकाश अपने डाइट में अंडे का सफेद भाग को इस्तेमाल करने लगा और इससे उसको बदलाव भी महसूस हुआ था। यही नहीं उसने कार्डियो की भी मदद ली और महज कुछ दिनों में ही 34 किलो वजन घटा लिया। उसने अपने नाश्ते से लेकर लंच और डीनर के डाइट को भी चेंज किया था और इस डाइट प्लान पर अमल करता रहा। विकाश ने बताया कि वह हफ्ते में केवल एक बार ही चिकन करी और तंदूरी चिकन खाता था। यही नहीं कम कैलोरी वाली रेसिपी के लिए वह अंडे की सफेदी और उबले हुए ओट्स का भी इस्तेमाल करता था। अपना वजन घटाने के लिए विकाश ने पहले 3 महीने तक 1.5 घंटे तक कार्डियो किया और फिर इसके बाद उसने इसको बढ़ाकर 1.5-2 घंटे तक कर दिया था।
विकाश का नाश्ता
विकाश हर रोज नाश्ते में 4 अंडे के सफेद भाग के साथ 1 कप दूध वाली चाय का सेवन करता था। वह इस डाइट पर हर रोज अमल करता था।
लंच
वह लंच में 2-3 रोटी के साथ 1 सब्जी और 1 प्याली दाल खाता था। वह हफ्ते में केवल तीन बार ही 250-300 ग्राम तक के वजन का उबला हुआ चिकन का सेवन करता था। डीनर
रात में वह डीनर के तौर पर 1 स्कूप भर मट्ठा प्रोटीन लेता था और 250 मिलीलीटर बिना मलाई वाला दूध पिता था।
कसरत के बाद विकाश लेता था यह भोजन
कसरत करने के बाद वह डीनर के डाइट प्लान को ही दोहराता था।
खुद को ऐसे करता था मोटिवेट
विकाश का कहना है कि वह अपने मोटापे को लेकर बहुत परेशान था। इसकी वजह से वह सही से काम भी नहीं कर पाता था, लेकिन जब उसने अपना डाइ़ट प्लान को बदला और उस पर लगातार काम करता रहा तो उसे फर्क देखने को मिला। वह इस बदलाव से काफी खुश रहता था और यही उसको काफी मोटिवेट भी कर रहा था। उसने अपने पुराने दिन को भी याद किया जब उस पर लोग हंसते थे, लेकिन आज वही लोग उनकी तारीफ करते हैं।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)