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पीठ दर्द और लोवर बैक पेन से मिलेगी राहत, आजमाएं ये सुरक्षित घरेलू उपचार

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: February 15, 2024 15:41 IST

चिकित्सकों का मानना है कि जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, रीढ़ की हड्डी में कशेरुकाओं के बीच तरल पदार्थ में कमी आती है। जिसके परिणामस्वरूप डिस्क में आसानी से जलन होने लगती है।

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ठळक मुद्देदुनिया भर में लाखों लोग पीठ दर्द (बैकपेन) से पीड़ित हैंआप कुछ सुरक्षित घरेलू उपचार आज़मा सकते हैं जो आपको त्वरित और स्थायी परिणाम देते हैंअधिकांश लोगों को पीठ दर्द की समस्या पहली बार तब होती है जब उनकी उम्र 30-50 वर्ष के बीच होती है

Ways to treat back pain:  दुनिया भर में लाखों लोग पीठ दर्द (बैकपेन) से पीड़ित हैं।  विशेषज्ञों का मानना है कि बैकपेन के पीछे का सबसे बड़ा कारण आमतौर पर कोई चोट या साइटिका और गठिया जैसी बीमारियां होती हैं। पीठ के निचले हिस्से में दर्द की समस्या से करोड़ो लोग जूझ रहे हैं और आपको ये जानकर हैरानी होगी कि यह निया में काम से अनुपस्थिति का सबसे आम कारण है। अधिकांश लोगों को पीठ दर्द की समस्या पहली बार तब होती है जब उनकी उम्र 30-50 वर्ष के बीच होती है। आजकल कई लोग गलत मुद्रा में बैठते और सोते हैं। इसके अलावा जीवनशैली ऐसी हो गई है कि लोग बेहद कम शारीरिक गतिविधियां कर रहे हैं। ये सब भी पीठ दर्द (बैकपेन) का एक बड़ा कारण है।

चिकित्सकों का मानना है कि जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, रीढ़ की हड्डी में कशेरुकाओं के बीच तरल पदार्थ में कमी आती है। जिसके परिणामस्वरूप डिस्क में आसानी से जलन होने लगती है। आपकी मांसपेशियों की टोन भी कम हो जाती है, जिससे पीठ पर चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए पीठ के निचले हिस्से में दर्द को रोकने के लिए अपनी पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करना और अच्छे शारीरिक तंत्र का उपयोग करना महत्वपूर्ण है।

पीठ के निचले हिस्से में दर्द के कुछ लक्षण

आराम करने या अधिक देर तक बैठने पर तेज दर्दकोई भारी चीज उठाने पर दर्द होनाग्लूट्स या कूल्हों में दर्दनिष्क्रियता की अवधि के बाद कठोरतासुन्न हो जाना या कमज़ोरी

पीठ दर्द (बैकपेन) में ऐसे मिलेगी राहत

दर्द से राहत पाने में मदद करने वाली दवाओं के अलावा आप कुछ सुरक्षित घरेलू उपचार भी आज़मा सकते हैं जो आपको त्वरित और स्थायी परिणाम देते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार थोड़ी सैर, एरोबिक्स, योग, वॉटर एरोबिक्स, तैराकी और अन्य कम प्रभाव वाली गतिविधियाँ पीठ दर्द को कम करने में मदद करती हैं। मांसपेशियों को लचीला और मजबूत बनाए रखने में मदद के लिए आप प्रशिक्षण और स्ट्रेचिंग भी कर सकते हैं। 

योग आपकी पीठ को लचीला बनाने, मांसपेशियों और जोड़ों के स्वास्थ्य में सुधार करने, रक्त परिसंचरण के माध्यम से उपचार पोषक तत्वों के वितरण को बढ़ाने और रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन को बढ़ाने का एक प्रभावी तरीका है।

पीठ के निचले हिस्से में दर्द से बचने के उपाय

डॉक्टरों के अनुसार, कुछ तरीकों से आप पीठ के निचले हिस्से में दर्द को रोक सकते हैं। इसके लिए पीठ और पेट की मांसपेशियों का नियमित व्यायाम करें। यदि आपका वजन अधिक है तो वजन कम करें। वेटलिफ्टिंग ठीक से करना, उचित मुद्रा बनाए रखना भी जरूरी है। सख्त सतह पर सोयें और बहुत ऊँची एड़ी वाले जूतों से बचें धूम्रपान छोड़ने से भी मदद मिलेगी।

(डिस्क्लेमर:  लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। यह पेशेवर चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार का विकल्प नहीं है। किसी चिकित्सीय स्थिति के संबंध में आपके किसी भी प्रश्न के लिए हमेशा अपने चिकित्सक या अन्य योग्य स्वास्थ्य सेवा प्रदाता की सलाह लें लोकमत हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता।)

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