बिहार में एक किसान अपने खेत में एक खास तरह की सब्जी उगाई है। यह खास इसलिए है क्योंकि इसकी कीमत एक लाख रुपये किलो है। आपको यह पढ़कर हैरानी हो रही होगी लेकिन यह सच है।
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमरेश सिंह नाम का बिहार का एक किसान दुनिया की सबसे महंगी फसल 'होप शूट' (hop shoots) की खेती कर रहा है।
आईएएस अधिकारी सुप्रिया साहू ने फसल की तस्वीर पर एक ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा, 'इस सब्जी के एक किलोग्राम की कीमत लगभग 1 लाख रुपये है। यह फसल भारतीय किसानों के लिए गेम-चेंजर हो सकती है।
बिहार के औरंगाबाद जिले के करमनिध गांव के 38 वर्षीय किसान अमरेश सिंह इस तरह का जोखिम भरा कदम उठाने वाले भारत के पहले व्यक्ति हैं। अमरेश ने वाराणसी में भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान से पौधे खरीदे।
अब तक यह सब्जी भारतीय बाजारों में बहुत मुश्किल से मिलती थी। इसे केवल स्पेशल ऑर्डर पर ही खरीदा जा सकता था और डिलीवरी में भी बहुत समय लगता था। होप्स की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है क्योंकि यह किसानों को आर्थिक रूप से विकसित करने में मदद कर सकती है।
होप शूट क्या है ?
मूल रूप से हॉप्स हंपुल लुपुलस (Humulus Lupulus) के पौधे के फूल हैं जिन्हें स्ट्रोबाइल्स भी कहा जाता है। यह कैनाबेसी (Cannabaceae) परिवार के सदस्य हैं।
इस सब्जी की क्या विशेषता है ?
अध्ययनों के अनुसार, पौधे के हर हिस्से में फल से लेकर तने तक फूल के कई गुण होते हैं। यह बीयर उद्योग के लिए बहुत उपयोगी है क्योंकि ये स्टेबिलिटी एजेंट के रूप में काम करते हैं।
यह तपेदिक यानी टीबी के इलाज में एक संभावित प्राकृतिक उपचार भी है। सब्जी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट आपको खूबसूरत त्वचा दे सकते हैं। शूट को चिंता, अनिद्रा और अवसाद को कम करने के लिए भी जाना जाता है।
हॉप शूट्स के स्वास्थ्य फायदे
वीमेनफिटनेस वेबसाइट की एक रिपोर्ट के अनुसार, मिस्र के लोगों ने लिवर की बीमारी और पाचन संबंधी शिकायतों के इलाज के लिए हॉप्स का इस्तेमाल किया। इसे दर्द और सूजन को कम करने के लिए भी जाना जाता है।
अब, वैज्ञानिकों ने हॉप शूट में रसायनों की खोज की है जो मेनोपॉज के लक्षणों को कम करने के लिए दिखाई देते हैं, और यहां तक कि कैंसर कोशिकाओं के प्रसार को रोकने में मदद करते हैं।
किंग्स कॉलेज लंदन से प्रोफ़ेसर स्टुअर्ट मिलिगन की एक शोध टीम इस फसल में होपिन नामक एक हार्मोन सक्रिय यौगिक को अलग करने और पहचानने में कामयाब रही, जो सबसे शक्तिशाली फाइटो-ओस्ट्रोजेन में से एक है। इन रसायनों में महिला हार्मोन एस्ट्रोजन के समान संरचनाएं हैं, और इसके प्रभावों की नकल कर सकते हैं।
यह भी पता चला है कि हॉप्स में ल्यूपुलिन नामक एक रसायन होता है, जो एक मजबूत कैंसर-रोधी यौगिक है। ल्यूपुलिन में एक कड़वा एसिड कॉम्प्लेक्स होता है जिसमें ह्यूमोन ल्यूपुलोन और वेलेरेनिक एसिड शामिल हैं, जो हल्के शामक होते हैं।
हेल्थ बेनेफिट्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, हॉप्स में ज़ेंथोहमोल पाया जाता है, जो हृदय स्वास्थ्य पर काफी प्रभावी है। कई शोधों से पता चला है कि इसमें पावरफुल एंटीप्लेटलेट है, जो हृदय रोग की रोकथाम और उपचार में इसकी भूमिका निभा सकता है.
हाल के शोध ने निष्कर्ष निकाला है कि हॉप्स में पाया जाने वाला यौगिक मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाने में मदद कर सकता है।
हॉप्स का उपयोग पारंपरिक रूप से नींद से जुड़ी समस्याओं की सहायता के लिए किया जाता है और कई अध्ययनों ने नींद की सहायता के रूप में इसकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन किया है।
इसमें पाया जाने वाला फ्लेवोनोइड ज़ेंथोह्यूमोल वजन और ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है. शोधकर्ताओं ने यह भी निष्कर्ष निकाला कि इसक रस मेटाबोलिक सिंड्रोम के लक्षणों केलिए लाभकारी हो सकता है।