पुरुषों को पेशाब खड़े होकर करना चाहिए या बैठकर? हेल्थ एक्सपर्ट ने किया चौंकाने वाला खुलासा, जानें फायदे-नुकसान
By आजाद खान | Updated: April 17, 2023 18:09 IST2023-04-17T18:00:54+5:302023-04-17T18:09:21+5:30
जानकारों के अनुसार, हर किसी को यह ध्यान रखना चाहिए कि जब कभी भी वह पेशाब करता है तो उसका ब्लैडर पूरी तरह खाली होना चाहिए। ऐसे में अगर वह ऐसा नहीं करता है तो उसे गंभीर समस्या भी हो सकती है।

फोटो सोर्स: WikiMedia Commons (https://commons.wikimedia.org/wiki/File:Peeing_.jpg)
Toilet Position: क्या आप बैठकर पेशाब करते है या खड़े होकर...यह सवाल काफी जरूरी है क्योंकि जानकार पुरुषों को खड़े होने के बजाय बैठकर पेशाब करने की सलाह देते है। ऐसे में जानकार ये सलाह क्यों देते है और इसके पीछे का कारण क्या है, आइए जान लेते है।
नीदरलैंड्स के डॉक्टर्स ने यह बताया है कि आमतौर पर पुरुष खड़े होकर पेशाब करते है जो कि उनके सेहत के लिए ठीक नहीं है। उनके अनुसार, पुरुषों को बैठकर पेशाब करना चाहिए इससे उन्हें काफी फायदा होता है। यही नहीं डॉक्टर्स के अनुसार, उन लोगों को केवल बैठकर ही पेशाब करना चाहिए जो प्रोटेस्ट से जुड़ीं परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
बैठकर पेशाब करने के पीछे तर्क यह दिया जाता है कि इससे पेशाब तेजी से निकलता है जिससे आपको जल्दी आराम मिलता है। ऐसे में अगर कोई खड़ा होकर पेशाब करता है तो उनका पेशाब का फ्लो तो धीरे होता ही है, इससे उनकी स्पाइन और पेल्विस की मसल्स में सिकुड़न भी पैदा हो सकती है।
किन लोगों को बैठकर टॉयलेट करना फायदेमंद होता है
2014 की एक रिसर्च के मुताबिक, आज कल ज्यादातर लोग खड़े होकर पेशाब करना काफी पसंद करते है लेकिन पहले के लोग बैठकर ही पेशाब किया करते है। ऐसे में जो लोग खड़े होकर पेशाब करते हैं उनके पेल्विस और हिप्स की मसल्स रिलैक्स महसूस नहीं करती है। इसके अलावा भी बैठकर पेशाब करना काफी फायदेमंद होता है। यही कारण है कि बैठकर टॉयलेट करने की सलाह दी जाती है।
ऐसे में बैठकर पेशाब करना उन लोगों को भी फायदेमंद साबित हो सकता है जो ज्यादा देर तक खड़े नहीं रह पाते है। यही नहीं पेशाब करते वक्त जिन लोगों का ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं होता है, उन्हें भी बैठकर टॉयलेट करने की सलाह दी जाती है।
पेशाब करते समय ब्लैडर का खानी होना है जरूरी
UCLA डिपार्टमेंट ऑफ यूरोलॉजी में प्रोफेसर डॉ. जेसी एन. मिल्स ने बताया है कि इस स्टडी का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि हर किसी को बैठकर पेशाब करने की सलाह दी जा रही है। उनके नजर में जिन लोगों को खड़े होकर पेशाब करने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है, उन्हें वैसे ही पेशाब करना चाहिए न कि उन्हें बैठकर टॉयलेट करना चाहिए।
मिल्स का यह कहना है कि जो लोग खड़े होकर पेशाब कर रहे है उन्हें यह ध्यान रखना होगा कि उनका ब्लैडर पूरी तरीके से खाली होना चाहिए नहीं तो वे बैठकर ही पेशाब किया करें। उनके अनुसार, अगर पेशाब करते वक्त आपका ब्लैडर खाली नहीं हुआ तो इससे आपको गंभीर समस्या भी हो सकती है। इससे आपको पथरी की भी परेशानी हो सकती है। यही नहीं आपको कई और बीमारियां भी हो सकती है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)