Stale Food Health Risk: बचा हुआ खाना हम सब खाते है और कई बार हमने यह भी सुना है कि बासी खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है फिर भी हम बचा हुआ खाना खाते है। जानकारों का मानना है कि किसी भी खाने को दोबारा गर्म करने से इसकी ताजगी और स्वाद को बेहतर बनाए रखने में सहायता मिलती है। लेकिन आयुर्वेद का कहना है कि किसी भी खाने को गर्म करके खाने से शरीर को नुकसान पहुंचता है क्योंकि इससे बीमारियां होती है।
ऐसे में क्या हमें बासी खाना खाना चाहिए और अगर खाना चाहिए तो बचा हुआ खाना खाने का सही समय क्या है, आइए जान लेते है। यही नहीं हम यह भी जानने की कोशिश करेंगे की इस बारे में विज्ञान क्या कहता है और इस सिलसिले में आयुर्वेद का क्या कहना है।
बासी खाने पर विज्ञान और आयुर्वेद की राय
विज्ञान के अनुसार, किसी भी बासी खाने को अगर 15 सेकंड के लिए 165°F के टेंपरेचर पर रखा जाए तो उस खाने पर मौजूद बैक्टीरिया और जर्म को मारा जा सकता है जिसके बाद वह खाना खाया जा सकता है। विज्ञान के अनुसार, ऐसा करने से खाने की ताजगी और स्वाद बना रहता है और इसे खाया भी जा सकता है। लेकिन उधर आयुर्वेद का कहना है कि किसी भी खाने को उसके बनने के तीन घंटे बाद से उसके पोषण मूल्य धीरे-धीरे खोने लगते है।
आयुर्वेद के अनुसार, किसी भी पहले पके हुए खाने को या यह कह ले कि बासी खाने को तीन घंटे के अंदर ही खा लेना चाहिए। ऐसे में किसी कारण अगर आप हर रोज बासी खाना खाते है तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप 24 घंटे से ज्यादा देर वाले बासी खाने को न खाएं। यही नहीं आप अपने खाने को सही से संभाल कर रखें ताकि उसकी ताजगी ज्यादा से ज्यादा बनी रहे और उसमें बैक्टीरिया नहीं पनप सके।
बचा हुआ खाना खाने के नुकसान
जानकारों की माने तो बचा हुआ खाना सेहत के लिए सही नहीं है। इससे आपको इनडाइजेशन हो सकता है। यही नहीं आपको पेट फूलने और शरीर में कई और किस्म की परेशानी भी हो सकती है। इन सब के अलावा इस तरह के बासी खाना खाने से आपके आंतों पर भी असर पड़ सकता है।
यही नहीं आयुर्वेद का यह भी कहना है कि फ्रिज से निकाल कर खाने को दोबारा गर्म करने से भोजन के पोषण मूल्य पर प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में खाने को जल्द से जल्द खाने को लेकर आयुर्वेद जोर देता है और बासी खाने से बचने की सलाह देता है।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)