स्वस्थ और लंबा जीवन काफी हद तक बेहतर खान-पान पर निर्भर करता है। कब, क्या, कैसे और कितनी मात्रा में खाना है, खाने-पीने से जुड़े कुछ ऐसे नियम हैं, जिनका पालन करने से सेहतमंद रहने में मदद मिल सकती है। खाने-पीने से जुड़े नियमों में एक नियम 'किस चीज के साथ क्या खाना चाहिए' यानी फूड कॉम्बिनेशन भी बहुत मायने रखता है।
रोटी और चावल के फूड कॉम्बिनेशन को लेकर भी कुछ लोगों का मानना है कि चावल और रोटी दोनों को कभी भी एक साथ नहीं खाना चाहिए। हालांकि भारत में अधिकतर घरों में इन दोनों चीजों को एक साथ खया जाता है।
सवाल यह है की क्या सच में इन दोनों को एक साथ खाने से कोई फायदा या नुकसान हो सकता है? जाहिर है यह एक ऐसा सवाल है, जिसका जवाब हर कोई जानना चाहेगा। टाइम्स ऑफ़ इंडिया पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में वेलनेस टू लाइफस्टाइल के फाउंडर आकांशा झालानी सिन्हा ने इसका जवाब दिया है। चलिए जानते हैं उनका इस विषय पर क्या कहना है।
अनाज ऊर्जा का जरूरी स्रोत हैं और आहार का मुख्य हिस्सा हैं। इसमें फाइबर, विटामिन, खनिज, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। साबुत गेहूं जैसे साबुत अनाज, चोकर, रोगाणु और एंडोस्पर्म से युक्त होते हैं और जब इन अनाजों को संसाधित और परिष्कृत किया जाता है, तो इसमें केवल एंडोस्पर्म रह जाते हैं और उनका फाइबर हटा दिया जाता है जैसे सफेद चावल।
क्या चावल और रोटी को एक साथ खाया जा सकता है? इन दो अनाजों को एक साथ खाने में कोई नुकसान नहीं है। इन दोनों चीजों को सब्जियों और सलाद के साथ खाया जाता है। कैलोरी के मामले में गेहूं और चावल दोनों लगभग समान हैं। हालांकि फाइबर की सामग्री दोनों में अलग-अलग हो सकती है। गेहूं अपने फाइबर को बरकरार रखता है और आपके शरीर में बाद चीनी छोड़ता है जबकि चावल, कॉम्प्लेक्स कार्ब्स युक्त होते हैं, जिससे आपके शरीर में शर्करा की वृद्धि होती है।
हर खाद्य पदार्थ में पाचन की एक अलग दर होती है जो भोजन के पोषण मूल्य पर निर्भर करती है। एक बार जब भोजन पच जाता है, तो उसकी फाइबर सामग्री, वसा और कार्बोहाइड्रेट (सरल या जटिल) जैसे कारकों के आधार पर, इसमें टूटना और पाचन प्रक्रिया शुरू होती है।
इन दोनों चीजों को एक साथ क्यों नहीं खाया जा सकता? ऐसा भी कहा जाता है कि इन अनाजों को मिश्रित नहीं किया जाना चाहिए। विभिन्न अनाजों के विभिन्न पोषक गुणों के कारण, एक समय में केवल एक ही अनाज का सेवन करना चाहिए। विभिन्न प्रकार के अनाज के सेवन के बीच कम से कम दो घंटे का समय अंतर होना चाहिए। यह दोनों आंतों में किण्वन होते हैं और इनमें बहुत अधिक ग्लाइसेमिक सूचकांक होता है। क्योंकि दोनों अनाजों में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत अधिक है, इन्हें एक साथ खाने से आपके शरीर में स्टार्च का अवशोषण होता हैन जिससे अपच के साथ-साथ सूजन भी हो सकती है।
इस बात का रखें ध्यान अगर आप हेल्दी और फिट हैं और आपका शरीर सही तरह काम कर रहा है, तो उन्हें एक साथ खाने की आदत न डालें। हालांकि, यदि आप उन लोगों में से हैं जो बेहतर डाइट प्लान फॉलो करते हैं, तो आपको भोजन के दौरान दोनों में से किसी एक को छोड़ देना चाहिए।