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इस पेड़ को देखते ही 4 पत्ते तोड़कर चबा लेना, डायबिटीज, खून की कमी होगी दूर, पेट की चर्बी भी होगी साफ

By उस्मान | Updated: October 11, 2019 13:40 IST

पत्तों में मुख्य रूप से एंटी बैक्टीरियल, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी जैसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ अनेक प्रकार के रोगों से शरीर की रक्षा करने में सहायक होते हैं।

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सर्दियां आते ही धूप में बैठकर मीठे-मीठे अमरूद खाने का मजा तो आपने भी लिया होगा, लेकिन क्या कभी भी आपने अमरूद के पोषक तत्वों के बारे में सोचा है। अमरूद जितना सेहतमंद फल है उतने ही इसके पत्ते भी हैं। अमरूद के पत्तों में मुख्य रूप से एंटी बैक्टीरियल, एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी जैसे गुण पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ अनेक प्रकार के रोगों से शरीर की रक्षा करने में सहायक होते हैं।

अमरूद की पत्तियों के कई स्वास्थ्य लाभ हैं जिसके बारे में हमें पता ही नहीं है। यह आपकी कई बीमारियों में आराम पहुंचा सकती है। इसमें ऐसे चमत्कारी गुण हैं। अमरूद के पत्तों में मौजूद यौगिक ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट की दर को कम करने में मदद करते हैं।

इन हरे पत्तों से आपको गठिया, कोलेस्ट्रॉल, पेट दर्द, उल्टी आदि से बचने में मदद मिलती है। अगर आप डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित हैं, तो आपको अमरूद के पत्तों को किसी भी कीमत पर अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। 

जर्नल न्यूट्रिशन एंड मेटाबोलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि अमरूद के पत्तों के रस में पोस्टप्रैन्डियल या पोस्ट-डाइन ब्लड ग्लूकोज लेवल को कम करने की क्षमता होती है। अध्ययन में यह भी कहा गया है कि भोजन के साथ अमरूद के पत्तों का रस पीने से डायबिटीज के अन्य लक्षण जैसे हाइपरग्लेसेमिया, हाइपरिन्युलिनिया, इंसुलिन प्रतिरोध और हाइपरलिपिडेमिया में सुधार होता है। 

अमरूद की पत्ती का चाय पीने से बाल और त्वचा कोमल और कितने बनते हैं। इसके अलावा बाल चमकदार भी बनते हैं। पेचिश के उपचार में भी अमरुद बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। अमरूद के पत्तों और जोड़ों को 15 मिनट के लिए उबालकर उसे छानकर दो बार पीने से पेचिश जैसी गंभीर बीमारी दूर हो जाती है।

नियमित रूप से इसकी चाय का सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल कम होगा और गुड कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ेगा। इसके अलावा ब्लड प्रेसर को रोकने में भी यह बहुत ही फायदेमंद होता है। 

अमरूद के पत्तों में एंटी-हाइपरलिपिडेमिक भी होता है और सीरम फॉस्फोलाइपिड्स, सीरम ट्राइग्लिसराइड और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है। अध्ययन के अनुसार, अमरूद के पत्तों के रस का कोई साइड इफेक्ट्स नहीं है। 

अमरूद के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे विटामिन सी और विटामिन ई, फ्लैवोनॉइड्स, कैरेटोनॉइड्स और पोलीफेनेल्स होते है, जो कि कीटाणु ओर संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं और गर्भवती महिलाओं को बीमार पड़ने से बचाते हैं।

अमरूद के पत्तों की चाय बनाकर पीने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित होता है। अमरूद के पत्तों को पानी में उबालकर पानी को ठंडा करके पी लें। इससे डेंगू बुखार से छुटकारा मिलेगा। पत्तों का रोजाना सेवन करने से दमा रोग से छुटकारा मिलता है। पत्तों को खाने से चेहरे के दाग-धब्बे, मुंहासे और झुर्रियां खत्म होती है। और शरीर हमेशा जवां बना रहता है।

अमरूद गर्भावस्था में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखता है। गर्भावस्था में अमरूद ब्लड प्रेशर का संतुलन बना कर रखता है जिससे गर्भपात का खतरा नहीं होता।

अमरूद के पत्तों का रस बनाने के लिए पत्तों को अच्छी तरह धो लें। दो कप पानी उबाल लें और पत्तों को उसमें डाल दें।उबलने के बाद पानी को ठंडा कर लें। ध्यान रहे कि यह एक प्राकृतिक उपाय है और हर किसी के लिए प्रभावी नहीं हो सकता है। आप इन्हें कच्चा भी चबा सकते हैं।

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