Deadly Drink/ Food Combination: कुछ फूड कॉम्बिनेशन सेहत के लिए अच्छे होते है तो कुछ हमारे जान के लिए मुसीबत बन जाते है। यही कारण है कि कोई भी दो फूड एक साथ लेने से पहले यह जरूर जान ले की इनका कॉम्बिनेशन ठीक है या नहीं। अकसर सोडा और पिज्जा, वाइन और मिठाई, सफेद ब्रेड और जैम के फूड कॉम्बिनेशन सेहत के लिए हानिकारक माने जाते है। गर्मियां आते ही लोग दूध और तरबूज मिलाकर सेवन करना शुरू कर देते है।
यही नहीं वे इसके टेस्ट को ज्यादा बढ़ाने के लिए रूह अफ्जा का भी इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में क्या यह दूध और तरबूज के फूड कॉम्बिनेशन सेहत के लिए अच्छे होते हैं, आइए जानते हैं। हम यह भी जानने की कोशिश करेंगे की इनके अलग-अलग क्या फायदे हैं।
दूध और तरबूज के क्या है अलग-अलग फायदे (Milk Watermelon Food Combination Benefits)
दूध और तरबूज को अगर अलग-अलग इस्तेमाल किया जाय को इसके बहुत फायदे हैं। यह हमारे शरीर के ग्रोथ में काफी मददगार साबित होता है। आयुर्वेद के अनुसार, दूध हमारे शरीर मे एक रेचक के रूप में कार्य करता है तो तरबूज के अंदर मूत्रवर्धक गुण पाए जाते हैं।
दूध के अंदर जहां बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं वहीं तरबूज को एक स्वास्थ्यप्रद फल के रूप में जाना जाता है। एक तरफ तरबूज का स्वाद जहां हल्का खट्टा होता है वहीं दूध का स्वाद मीठा होता है। यही कारण है कि इन दोनों फूड को अलग-अलग इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
क्या दूध और तरबूज का कॉम्बिनेशन सेहत के लिए ठीक है (Is Milk Watermelon Food Combination is Good for Health)
जैसा की आप अभी तक जान गए होंगे की ये दोनों फूड कॉम्बिनेशन अपने गुण के वजह से एक दूसरे से अलग है। इसलिए इन दोनों फूड कॉम्बिनेशन को एक साथ इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है। इससे आपके शरीर में दिक्कतें पैदा हो सकती है।
अगर जो कोई भी इस फूड कॉम्बिनेशन को अपनाता है उन्हें पेट में दर्द और बेचैनी जैसी समस्याओं को झेलना पड़ सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, ये दोनों फूड कॉम्बिनेशन विपरित स्वभाव के फूड है जिनके इस्तेमाल से इनके कॉम्बिनेशन में टकराव हो सकता है जो शरीर के लिए ठीक नहीं है। इन दोनों को एक साथ उपयोग करने से आपको गैस संबंधी समस्याएं भी हो सकती है।
इन सब कारणों के वजह से इन फूड कॉम्बिनेशन से बचने की सलाह जी जाती है। इससे सेहत को फायदा नहीं बल्कि नुकसान ही होगा।
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। Lokmat Hindi News इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले या इसके बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए डॉक्टरों से जरूर संपर्क करें।)