Benefits of Onion: प्याज न केवल डायबिटीज कंट्रोल करता है, यह यौन क्षमता भी बढ़ाता है, जानिए इसके औषधीय गुणों के बारे में
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 8, 2024 06:29 AM2024-04-08T06:29:57+5:302024-04-08T06:29:57+5:30
प्याज का प्रयोग के हमारे भोजन में नहीं होता बल्कि इसका हमारे स्वास्थ्य को बनाये रखने में भी अहम रोल होता है। प्याज के अनगिनत फायदे होते हैं, मसलन गर्मियों में कहा जाता है कि प्याज खाने से लू नहीं लगती।
Benefits of Onion: प्याज भारतीय पाकशैली में सबसे ज़्यादा नियमित रूप से इस्तेमाल की जाने वाली चीज़ है। प्याज दुनिया भर में सबसे व्यापक रूप से खेती की जाने वाली और उपभोग वाली सब्जियों में से एक है। प्याज को वनस्पती विज्ञान में एलियम सेपा के नाम से जाना जाता है।
हिंदी में जिसे हम प्याज कहते हैं वो तेलुगू में उल्लिपायालु, तमिल में वैंगयम, मलयायलम में सवाना, कन्नड़ में उल्लिगड्डे, बंगाली में पिंयाज, गुजराती में डुंगरीऔर मराठी में कांदा कहा जाता है।
प्याज का प्रयोग के हमारे भोजन में नहीं होता बल्कि इसका हमारे स्वास्थ्य को बनाये रखने में भी अहम रोल होता है। प्याज के अनगिनत फायदे होते हैं, मसलन गर्मियों में कहा जाता है कि प्याज खाने से लू नहीं लगती। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि प्याज हमें सिर्फ लू भर ही नहीं बचाता है, बल्कि डायबिटीज व कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में भी कापी मददगार है।
इसके अलावा प्याज प्लेटलेट को बढ़ाने में ही उपयोगी होता है और यह ब्ल़ड में हाइपरलिपिडेमिया को भी कंट्रोल करता है। कुछ अन्य अध्ययनों में यह देखा गया कि प्याज से तैयार मलहम जलने की चोट में निशान बनने को कम में मदद करता है।
प्याज में साइनाइडिंग ग्लाइकोसाइड्स, प्रोस्टाग्लैंडिंस, स्टेरोल्स, फिनोल यौगिक, कैटेकोल, प्रोटोकैटेक़िक एसिड और डायोसजेनिन पाया जाता है। प्याज के तेल में मोनो, डीआई, ट्राई, टेट्रा-सल्फाइड्स, थियोफीन और थियोल यौगिकों होता है।
प्याज के अंदर सेलेनियम, क्वेरसेटिन, फ्लेवानोल्स, सिस्टीन सल्फॉक्साइड्स, फ्लेवोनोइड्स, एलिलसल्फाइड्स, ऑर्गनोसल्फर यौगिक, थायोसल्फिनेट्स, साइक्लोअलिन, फ्रुक्टोज, सल्फर और सेलेनो यौगिक, सल्फिनेट्स, ज़ाइलोज़, गैलेक्टोज, ग्लूकोज और मैनोज़ भी पाए जाते हैं।
प्याज में क्वेरसेटिन नामक तत्व भी पाया जाता है, जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। इस गुण के कारण प्याज शरीर में आई सूजन को कम कर सकता है। यहां तक कि प्याज से निकलने वाला तेल भी गुणकारी होता है। इस तेल में भी एंटीऑक्सीडेंट, एटीसेप्टिक व एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं।
बेशक, प्याज गुणकारी है और स्वस्थ रहने में मदद करता है, लेकिन यह किसी गंभीर बीमारी को ठीक नहीं कर सकता। यह बीमारी की अवस्था में सिर्फ लक्षणों को कम करने व उससे उबरने में मदद कर सकता है।
अमूमन प्याज का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जाता है। वहीं इसे कच्चा भी खाया जा सकता है और इससे चटनी व आचार भी बनता है। इसका स्वाद तीखा और तेज होता है। इसे किसी भी तरह के मौसम में खाया और आसानी से उगाया जा सकता है।
प्याज के औषधीय लाभ
प्याज इंफेक्शन रोकता है
प्याज के अर्क से कई फफुंद, बैक्टीरिया और वायरस दूर होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार मूत्र मार्ग में होने वाले इन्फेक्शन को प्याज के अर्क द्वारा रोका जा सकता है। इसके अलावा प्याज के एसेंशियल ऑयल डर्माटोफाइट फफूंद (त्वचा, बालों और नाखूनों पर जमने वाले रोगजनक फफूंद) के बढ़ने को सीमित करने में मदद कर सकते हैं। प्याज अलग-अलग तरह के फंगल, बैक्टीरियल और वायरल इन्फेक्शन्स के खिलाफ असरदार हो सकता है।
डायबिटीज
चूहों पर किए गए वैज्ञानिक अध्ययन के जरिए इस बात की पुष्टि की गई है कि प्याज का रस ब्लड शूगर को कंट्रोल कर सकता है। अध्ययन के अनुसार, प्याज में क्रोमियम होता है, जिस कारण यह मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद है। साथ ही इसमें सल्फर, क्वेरसेटिन व एंटीडायबिटिक गुण भी होते हैं, जो रक्त शर्करा पर सकारात्मक असर डाल सकते हैं इसलिए, मधुमेह जैसी समस्या से बचने के लिए प्रतिदिन सीमित मात्रा में प्याज का सेवन किया जा सकता है।
पाचन तंत्र
प्याज के औषधीय गुण में पाचन तंत्र को बेहतर करना भी है। पके हुए प्याज में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे कब्ज व गैस जैसी समस्याएं दूर हो सकती हैं। अगर कब्ज की समस्या नहीं होगी, तो पाचन तंत्र सही प्रकार से काम करेगा।
प्याज में पाए जाने वाले इस फाइबर को ओलिगोफ्रुक्टोस कहा जाता है। यह आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को पनपने में मदद करता है, ताकि आंत ठीक से काम कर सके। इतना ही नहीं ओलिगोफ्रुक्टोस दस्त जैसी समस्या में भी लाभदायक साबित हो सकता है।
मजबूत हड्डियां
शोध के अनुसार प्याज उम्र बढ़ने के साथ होने वाली ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर होकर टूटना) की आशंका को कम कर सकता है। वहीं एक अन्य अध्ययन के अनुसार, जो महिलाएं प्रतिदिन प्याज खाती हैं, उनकी हड्डियां प्याज न खाने वाली महिलाओं की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक मजबूत होती हैं। इसके साथ ही 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के प्याज खाने से हड्डियों पर सकारात्मक असर पड़ता है।
यौन क्षमता बढ़ाता है
प्याज एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका इस्तेमाल यौन क्षमता बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि प्याज के सेवन से पुरुषों की प्रजनन क्षमता में वृद्धि हो सकती है। इसी संबंध में वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च की है।
इस रिसर्च को एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की साइट पर प्रकाशित किया गया है। इस रिसर्च पेपर में साफ तौर पर बताया गया है कि प्याज या प्याज का अर्क इस्तेमाल करने से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बेहतर हो सकता है। पुरुषों की प्रजनन क्षमता के लिए इस हार्मोन का संतुलित होना जरूरी है।
(अस्वीकरण- यह लेख विभिन्न शोध के आधार पर प्रकाशित है, कृपया किसी भी नुस्खे का प्रयोग आयुर्वेदाचार्य की सलाह पर करें।)