फीफा विश्व कप 2018: सेनेगल ने बाहर होकर भी बनाया ऐसा रिकॉर्ड, जो 88 सालों में कभी नहीं बना
By अभिषेक पाण्डेय | Published: June 29, 2018 12:38 PM2018-06-29T12:38:21+5:302018-06-29T12:38:21+5:30
Fairplay: जापान और सेनेगल की टीम के समान अंक और गोल अंतर होने की वजह से फैसला फेयर प्ले के आधार पर किया गया
वोल्गोग्राद, 28 जून: फीफा वर्ल्ड कप 2018 के इतिहास में गुरुवार को कुछ ऐसा हुआ जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। ग्रुप चरण के मैचों के आखिरी दिन जापान की टीम पोलैंड से मिली 0-1 की हार के बावजूद अगले दौर में पहुंच गई, जबकि सेनेगल की टीम कोलंबिया से मिली 0-1 की हार के साथ ही बाहर हो गया।
सेनेगल की टीम 'फेयर प्ले' के आधार पर बाहर होने वाली वर्ल्ड कप इतिहास की पहली टीम बन गई।
पहली बार फेयर प्ले की वजह से बाहर हुई कोई टीम
रोचक बात ये है कि ग्रुप-एच में जापान और सेनेगल के एक समान 4-4 अंक थे, इतना ही नहीं इन दोनों टीमों के द्वारा दागे गए गोल और खाए गोलों की संख्या भी बराबर थी। इसके अलावा हेड टू हेड मुकाबले में भी दोनों बराबर थे क्योंकि दोनों ने एकदूसरे के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ खेला था। लेकिन फिर भी सेनेगल ने नहीं बल्कि जापान ने अंतिम-16 के लिए क्वॉलिफाई किया, आखिर क्यों?
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दरअसल, जापान की टीम 'फेयर प्ले' के आधार पर अगले दौर के लिए क्वॉलिफाई करने में सफल रही। ग्रुप चरण के तीन मैचों में सेनेगल जापान को चार जबकि सेनेगल को छह यलो कार्ड मिले थे और इस तरह 'फेयर प्ले' में बेहतरीन प्रदर्शन की वजह से जापान की टीम प्री-क्वॉर्टर में पहुंची जबकि सेनेगल की टीम बाहर हो गई।
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फीफा के नियमों के मुताबिक अगर दो टीमों के अंक और गोल अंतर और किए गए गोलों की संख्या बराबर होती है और साथ ही वे हेड टू हेड रिकॉर्ड में भी बराबर रहते हैं तो फैसला फेयर प्ले से होता है।
ये फीफा वर्ल्ड कप के इतिहास में पहली बार है जब कोई टीम 'फेयर प्ले' के आधार पर बाहर हुई है।