सरान्सक (रूस), 19 जून। फीफा वर्ल्ड कप 2018 में ग्रुप एच के पहले मुकाबले में जापान ने कोलंबिया को 2-1 से करारी शिकस्त देकर इतिहास रच दिया। सरान्स्क शहर के मोरदोविया एरेना स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में जापान ने जीत के साथ वर्ल्ड कप में अपना खाता खोला। पिछली बार क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली कोलंबिया पर जापान इस मैच में पूरी तरह हावी रही। इस जीत के साथ फीफा वर्ल्ड कप में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी एशियाई टीम ने साउथ अमेरिकन टीम को शिकस्त दी है।
इस मैच में कोलंबिया को सबसे बड़ा झटका मैच के चौथे मिनट में लगा, जब उसके मिडफील्डर कार्लोस सांचेज को रेड कार्ड मिला और वो इस साल विश्व कप में रेड कार्ड पाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। सांचेज ने इस मैच में तीसरे मिनट में ही शिंजी कगावा का शॉट हाथ से रोका और रेफरी ने तुरंत ही उन्हें लाल कार्ड दिखा दिया। (फीफा वर्ल्ड कप 2018 की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें)
सांचेज को मिला दूसरा सबसे तेज रेड कार्ड
जापान के खिलाफ मैच में रेड कार्ड मिलने के साथ ही कार्लोस सांचेज सबसे जल्दी रेड कार्ड पाने वाले खिलाड़ियों में दूसरे खिलाड़ी बन गए। सांचेज को मैच के चौथे मिनट यानि 3.14 मिनट में रेड कार्ड मिला। सबसे जल्दी रेड कार्ड पाने वाले खिलाड़ी में उरुग्वे के जोस बटिस्टा का नाम है, जिन्हें साल 1986 के वर्ल्ड कप में रेड कार्ड मिला था।
सांचेज की गलती के बाद जापान को पेनल्टी मिली जिसे कगावा ने गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की। कोलंबिया के दस हजार से अधिक दर्शक इससे काफी निराश थे, लेकिन जुआन क्विनटेरो ने 39वें मिनट में फ्री किक पर गोल करके अपनी टीम को बराबरी दिलाई। इससे कोलंबियाई दर्शक फिर से झूमने लगे। हाफ टाइम तक दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थी।
हाफ टाइम का खेल शुरू होने के बाद मैदान पर जापान ने अपने मंसूबे साफ कर दिए। टीम के फॉरवर्ड खिलाड़ी ओसाको ने एक के बाद एक लगातार तीन प्रहार विपक्षी टीम के गोलपोस्ट पर किए, लेकिन गोलकीपर की फुर्ती ने कोलंबिया को मैच में बनाए रखा। हालांकि मैच के 84वें मिनट में ओसाको ने शानदार हैडर का इस्तेमाल करते हुए गोल दागा और टीम 2-1 से आगे हो गई।